आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश को खुले मे शौच मुक्त बनाया जाए। इसके लिए अंतिम तिथि दो अक्टूबर घोषित की गई है । प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी गांव गांव जाकर गलियों में घूम घूम कर स्वछता अभियान के तहत बनाये गये स्वच्छ शौचालयों का निरीक्षण कर रहे हैं। इसी के चलते जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी तहसील तिलहर के बतलईया गांव पहुंचे । उनके साथ सीओ आरपी रावत, सीओ मंगल सिंह रावत एसडीएम सत्य प्रिय सिंह समेत सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। हालांकि इस गांव में उन्हें 90 फीसदी घरों में शौचालय बने मिले थे। इस दौरान कमियां मिलने पर उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई।
आशा कार्यकत्री के घर नहीं मिला शौचालय
गांव मे निरीक्षण के दौरान उनको एक ऐसी महिला मिली जो आशा कार्यकत्री थी। लेकिन उसके घर में ही शौचालय नहीं बना था । जिस वक्त गांव में गलियों गलियों मे घूमकर घर घर जाकर जिलाधिकारी लोगों से शौचालयों से संबधित जानकारी ले रहे थे तभी आशा कार्यकत्री घर से बाहर आई और जिलाधिकारी को रोक लिया। उसके बाद शौचालय न होने की बात जिलाधिकारी को बताई। ये सुनकर जिलाधिकारी भी हैरान थे। इसके बाद जिलाधिकारी ने फौरन महिला के घर शौचालय बनवाने के निर्देश दिए। साथ ही उस महिला को स्वच्छता ग्रहणी बना दिया। इसके बदले आशा कार्यकत्री को पैसा भी दिया जाएगा।