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17 गांव बहेगी शीतल नीर की गंगा, लोगों के कंठ करेगी तर

पहली बार एक साथ इतने ग्रामों में मुख्यमंत्री ग्राम नलजल योजना के लिए मिली स्वीकृति,

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पीयूष भावसार
शाजापुर. पेयजल के लिए मशक्कत करते ग्रामीणों के लिए खुशखबरी सामने आई है। जिले के 17 ग्रामों में पेयजल संकट को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम नलजल योजना की स्वीकृति मिली है। इन ग्रामों में से एक ग्राम को मॉडल के रूप में रखते हुए सबसे पहले नलजल योजना तैयार की जा रही हैं। कुछ ग्रामों में काम शुरू हो गया है। कहीं पर टेंडर जारी हुए हैं तो कहीं पर वर्क ऑर्डर मिल गए।
मुख्यमंत्री ग्राम नलजल योजना के तहत जिले के चारों ब्लॉक में 8 -8 ग्रामों का चयन किया गया है। इसमें से पहले चरण में 4-4 ग्रामों में मुख्यमंत्री ग्राम नलजल योजना के तहत निर्माण कार्य कराए जाकर ग्रामीणों को नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) इन ग्रामों का चयन करके योजना का संचालन कराएगा। चारों ब्लॉक के 8-8 ग्रामों का चयन करके शासन स्तर पर नलजल योजना की स्वीकृति के लिए भेजे गए थे। जब गांव में जाकर स्थिति को देखा तो इसमें से 6 ग्रामों में पीएचई को जलस्रोत नहीं मिल पाया। ऐसे में 26 ग्रामों के लिए डीपीआर शासन को भेजी गई।

16 ग्रामों के लिए स्वीकृति जारी
इस पर शासन स्तर से पहले चरण में कुल 16 ग्रामों के लिए स्वीकृति जारी करते हुए राशि भी आवंटित कर दी है। वहीं इन 16 ग्रामों के अतिरिक्त जिले में शुजालपुर ब्लॉक के ग्राम उचौद को मॉडल के रूप में विकसीत करते हुए सबसे पहले यहां पर मुख्यमंत्री ग्राम नलजल योजना के तहत निर्माण कार्य कराए जा रहे है।
अधिकारियों के मुताबिक इस गांव में उक्त योजना के अंतर्गत करीब 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। इसमें गांव में जलस्रोत, पाइप लाइन, संपवेल का काम पूरा हो गया है। वहीं पानी की टंकी का निर्माण कार्यजारी है।
ग्रामीणों को देना होगा जलकर
इस योजना के सुचारू संचालन के लिए ग्रामीणों को जो नल कनेक्शन दिए जाएंगे उसके प्रतिमाह जलकर का भुगतान ग्रामीणों को करना होगा। विभाग के अनुसार समस्त ग्रामीण इस योजना के तहत जलकर भरेंगे। जो जलकर का भुगतान नहीं करेगा उसका नल कनेक्शन काट दिया जाएगा। अधिकारियां के अनुसार योजना के सतत संचालन के लिए जलकर का भुगतान होना अतिआवश्यक है।

आबादी के अनुरूप किया गांव का चयन
उक्त नलजल योजना के लिए ज्यादा आबादी वाले ग्रामों को प्राथमिकता दी गई है। पीएचई विभाग के अनुसार प्रत्येक ब्लॉक के ऐसे ग्रामों को सबसे पहले चयन किया गया जहां पर ग्रामीणों की संख्या ज्यादा है।इन ग्रामों में नलजल योजना का काम पूरा होने के बाद ज्यादा से कम ग्राम की ओर योजना का संचालन किया

शाजापुर
ग्राम योजना की लागत
हरपुरटेका 81.77 लाख रुपए
पिपलियागोपाल 108.76 लाख रुपए
मुल्लाखेड़ी 61.90 लाख रुपए
साजौद 64.74 लाख रुपए
मो. बड़ोदिया
सिमरोल शु. 104.6 7 लाख रुपए
पलसावद 93.26 लाख रुपए
बोरसाली 84.75 लाख रुपए
कडूला 74.6 3 लाख रुपए
शुजालपुर
पगरावदकलां 130.15 लाख रुपए
खाटसूर 109.98 लाख रुपए
रायपुर 117.08 लाख रुपए
मगरोला 103.99 लाख रुपए
उचौद (मॉडल ग्राम) 99.98 लाख
कालापीपल
पंचदेहरिया 92.99 लाख रुपए
अरनियाखुर्द 79.43 लाख रुपए
ढाबलाधीर 89.66 लाख रुपए
जबडिय़ाभील 72.35 लाख रुपए

जिले में पहली बार एक साथ 17 मुख्यमंत्री ग्राम नलजल योजना स्वीकृत हुई है। कुछ योजनाओं के टेंडर जारी किए जा रहे है, कुछ के वर्क ऑर्डर हो गए हैं। वहीं कुछ योजनाओं का कार्यप्रगति पर है। 30 साल तक उक्त योजना के माध्यम से इन ग्रामों के लोगों को जलआपूर्ति हो सकेगी।
- आरएस डहेरिया, ईई, पीएचई-शाजापुर