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कचरा गाड़ी वाले कहते हैं. हम क्यों उठाएं कचरा

आदिवासी परिवारों ने सुनाई परेशानी Why should we pick up the garbage?, news in hindi, mp news, sheopur news

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कचरा गाड़ी वाले कहते हैं. हम क्यों उठाएं कचरा

कचरा गाड़ी वाले कहते हैं. हम क्यों उठाएं कचरा

कराहल. कराहल ग्राम पंचायत में डोर टू डोर कचरा उठाने को लेकर कर्मचारी लापरवाही बरत रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कचरा गाड़ी वाले यह कहकर कचरा लेने से मना कर देते हैं कि हम तुम्हारे नौकर नहीं। ऐसे में कचरा फैंकने के लिए बच्चियों को जाना पड़ता है। दो दर्जन बस्तियों में न साफ-सफ़ाई होती है और न ही कचरा गाड़ी पहुंचती है। शिकायत के बाद जब पंचायत सचिव कर्मचारियों को नोटिस थमाते हैं तो सफाई कर्मचारी हड़ताल कर कामकाज बंद कर देते हैं।

कराहल जनपद पंचायत मुख्यालय की ग्राम पंचायत कराहल की पांच बस्तियों में ही साफ-सफ़ाई की जा रही है। दो दर्जन बस्ती बगैर साफ़-सफ़ाई के है। इन बस्तियों में गंदगी पसरी है। वहीं कई बस्तियों में ग्रामीण हर माह कर्मचारियों को पैसे देकर साफ-सफ़ाई कराते हैं। कराहल कस्बे के चिंताहरण, कुशवाह, अचार वाला मोहल्ला, बाईपास , करियादेह तिहारा, संजय कॉलोनी, जवाहर कॉलोनी, बस स्टैंड बस्ती, मिर्चो वाला, बड़ी आदिबासी शंकरपुर , पनबाड़ा तिराहा, हरिजन बस्ती ,उगेना सहराना , चारों खम्बा बस्ती उदमपुरा गायत्री मंदिर मार्ग में साफ सफाई नहीं हो रही है। यहां गंदगी के ढेर जमे हुए हैं। गाम पंचायत में 28 सफाई कर्मचारी होने के बाद भी यह स्थिति है।

खराब कचरा गाड़ी के पाट्र्स मंगाए हैं
मै स्वयं मौके पर जाकर उनकी समस्या को हल कराता हूं। सफाई कर्मचारियों की बैठक लेकर जिम्मेदारी दी जाएगी। खराब गाड़ी के पाट्र्स कोटा से मंगाए है। जल्द कचरा गाड़ी भी घूम कर कचरा उठाएंगी।
नन्दकिशोर आदिवासी, सरपंच, ग्राम पंचायत कराहल