21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

​शिक्षा से पाया मुकाम, बनाई अलग पहचान। कैसे

हिमाचल: प्रदेश की साक्षरता दर 88 फीसदी से हुई अधिकशिमला. आजादी के समय हिमाचल प्रदेश की साक्षरता दर लगभग आठ प्रतिशत थी, जो बढ़कर आज 88 फीसली से अधिक हो गई है। यानी की दस गुना से अधिक यहां साक्षरता दर पहुंच चुकी है। शिक्षा ऐसा धन है जो हर क्षेत्र में आगे बढ़ने में कारगर रहता है।

less than 1 minute read
Google source verification
​शिक्षा से पाया मुकाम, बनाई अलग पहचान। कैसे

​शिक्षा से पाया मुकाम, बनाई अलग पहचान। कैसे

अग्रणी राज्यों में शुमार होने का श्रेय
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने रविवार कहा है कि शिक्षा क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अग्रणी राज्यों में शुमार होने का श्रेय राज्य के सरकारी स्कूलों द्वारा स्थापित उच्च मानकों को दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और हमारे प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार ने भी सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से शिक्षा ग्रहण करके उच्च मुकाम हासिल किया।
विद्यार्थी ऋण योजना का लें लाभ
शिक्षा मंत्री ठाकुर ने कहा कि दस गुना से अधिक यहां साक्षरता दर पहुंच चुकी है। राज्य सरकार की डॉ. वाई.एस. परमार विद्यार्थी ऋण योजना के अन्तर्गत छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए एक प्रतिशत ब्याज दर पर 20 लाख रुपए तक का ऋण दिया जा रहा है। सरकार सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस राजीव गांधी गवर्नमेंट मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल भी बना
रही है।