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हिमाचल में आपदा: पीडि़तों के लिए दिए 11 करोड़

-देवभूमि में भारी बारिश और भूस्खलनशिमला. देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और भूस्खलन से आई विपदा की स्थिति में पीडि़त लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़वासियों की ओर से 11 करोड़ रुपए की सहायता राशि की घोषणा की है। सीएम बघेल ने कहा कि हिमाचल में भीषण प्राकृतिक विपदा आई है। हिमाचल के लोगों के साथ ऐसे में हम सभी छत्तीसगढ़वासी खड़े हैं।

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हिमाचल में आपदा: पीडि़तों के लिए दिए  11 करोड़

हिमाचल में आपदा: पीडि़तों के लिए दिए 11 करोड़

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने गुरुवार को ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर चर्चा कर हालातों की जानकारी ली थी। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि पूरा देश हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ खड़ा है।
समरहिल में एक और शव बरामद, मृतकों की संख्या 16 हुई
शिमला के समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर में भूस्खलन के कारण मारे गए लोगों के शवों का मिलना जारी है। शवों को खोजने के लिए चलाए जा रहे अभियान के पांचवें दिन शुक्रवार को एक और शव मिला। घटना में मृतकों की संख्या अब 16 पहुंच गई है। शव घटनास्थल से करीब 500 मीटर दूरी पर मिला है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस के जवान शव को मलबे से निकाल रहे हैं। गुरुवार को विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर एवं यूआईटी के पूर्व निदेशक प्रो. पीएल शर्मा का शव मिला। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तथा पुलिस के जवानों को मंदिर से करीब पांच सौ मीटर दूर नाले में मिट्टी के नीचे यह शव मिला। इनकी पत्नी का शव पहले मिल चुका है और बेटा अभी लापता है। शव की पहचान उनके साले सुभाष ने हाथ में पहनी अंगूठी से की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेज दिया। शिमला पुलिस अधीक्षक संजय गांधी भी मौके पर पहुंचे और सर्च अभियान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि घटना के बाद से परिजनों द्वारा पुलिस को दी सूचना के अनुसार 21 स्थानीय लोग लापता हैं। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर नफीस खान ने बताया कि रोज सुबह साढ़े छह बजे से सर्च ऑपरेशन शुरू होता है, रात नौ बजे तक अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने भी मौके का जायजा लिया।
भूस्खलन होने से घर को खाली करवाया
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी के न्यू ओपीडी के साथ लगते एक निजी घर के पास रात के समय भूस्खलन होने से घर को खाली करवाया गया। दरअसल, इस भवन में ज्यादातर आईजीएमसी के डाक्टर किराए में रह रहे थे। इन सभी डाक्टरों को यहां से सुरक्षित बाहर निकाला दिया है। घर को पूरा खाली करवाया गया है और यहां पर किराए में रह रहे डॉक्टर यहां से अपना सामान तक बाहर नहीं निकाल पाए है। लैंडस्लाइड होने के बाद इस बिल्डिंग के भवन का अगला हिस्सा हवा में झूल रहा है जिसके चलते यह बिल्डिंग कभी भी गिर सकती है । फिलहाल इस बिल्डिंग को खाली करवा दिया गया है।