इससे पहले शुक्रवार की शाम को सिंधिया ने इश्वर के हर दर पर मत्था टेका और आशीर्वाद लिया। इस दौरान यहां पर उन्हें महिलाओं फूलों की बारिश कर स्वागत किया। जिसका अभिवादन सिंधिया ने हाथ जोड़कर किया।
इसके बाद सिंधिया बड़ा जैन मंदिर, चांदशाह बली दरगाह और राम टेकरी मालपुर पहुंचकर भी दर्शन किए। चांदशाह बली दरगाह पर उन्होंने चादर चढ़ाई। इसके बाद उन्होंने शहर काजी से दुआ मांगी। पिता के निधन के बाद सिंधिया ने लड़ा था उपचुनाव
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2002 में अपनी सियासी पारी का आगाज किया था। पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2002 में इस सीट से पहली बार उपचुनाव लड़ा था। इस सीट पर 2002 से लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव जीत रहे हैं। माधवराव सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। उनके निधन के बाद उनकी ही सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा पहुंचे। उन्हें यूपीए की मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय मंत्री भी बनाया गया। यूपीए के दूसरे टर्म में भी सिंधिया केंद्रीय राज्यमंत्री रहे।
22 को नामांकन दाखिल करेंगे केपी यादव यहां से भाजपा प्रत्याशी केपी यादव 22 अप्रैल को नामांकन दाखिल करेंगे। सिंधिया की केपी यादव से अमने-सामने की टक्कर है.