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खरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लटके ताले, ग्रामीण परेशान

locationशिवपुरीPublished: May 31, 2019 10:24:47 pm

Submitted by:

Rakesh shukla

इलाज को तरसे 30 गांव के लोग, इलाज कराने ग्रामीणों को जाना पड़ता है कई किलोमीटर दूर

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खरई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लटके ताले, ग्रामीण परेशान

शिवपुरी/लुकवासा. कोलारस अनुभाग के करीब तीस गांव के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से शासन ने ग्राम खरई में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया और यहां डॉक्टर व अन्य स्टाफ भी पदस्थ किया । इसके बावजूद इस स्वास्थ्य केंद्र के ताले आज तक नहीं खुले हैं। इस कारण जिन ग्रामीणों को इलाज मुहैया कराने के लिए इसकी स्थापना की गई थी, उन्हें आज तक इसका लाभ नहीं मिल पाया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम खरई-तेंदुआ सहित आस-पास के लगभग तीस गांव के लोग अगर बीमार हो जाते हैं तो उन्हें इलाज के लिए कोलारस या फिर शिवपुरी आना पड़ता है। शासन ने इस समस्या का निदान करने के लिए इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के ग्राम खरई में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की योजना तैयार की। लाखों रूपए की लागत से स्वास्थ्य केंद्र की बिल्डिंग बनवाई। पीएससी परीक्षा के माध्यम से यहां डॉ शशांक चौहान की पदस्थापना की। इसके अलावा एएनएम, एमपीडब्ल्यू व फार्मासिस्ट आदि की पोस्टिंग भी की गई। इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन भी कई महीनों पहले कर दिया गया, लेकिन आज तक न तो यहां डॉक्टर पहुंचे हैं और न ही अस्पताल की बिल्डिंग के ताले खुले हैं। कुल मिलाकर लाखों रुपए की लागत से निर्मित यह बिल्डिंग अपनी ही दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। यहां पदस्थ एएनएम भी महीने में एक दो बार ही आकर खानापूर्ति कर देती है। मरीजों को इलाज के लिए आज भी कोलारस व शिवपुरी ही जाना पड़ रहा है। सूत्र बताते हैं कि खरई स्वास्थ्य केंद्र का कुछ स्टाफ कोलारस में अपनी सेवाएं दे रहा है।
शेष दिन कहां ड्यूटी देते हैं डॉ शशांक
विभाग के विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो खरई में पदस्थ डॉक्टर शशांक ने अपना अटेचमेंट पोहरी में करा लिया है, क्योंकि वह ग्वालियर के रहने वाले हैं और कभी कभी पोहरी आना जाना उन्हें आसान होता है। वहीं इस संबंध में जब सीएमएचओ डॉ एएल शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि डॉ शशांक खरई में ही पदस्थ हैं, क्योंकि वहां डॉक्टर के अलावा कोई अन्य स्टाफ पदस्थ नहीं है। ऐसे में वह खरई स्वास्थ्य केंद्र पर सेवाएं कैसे दे पाएंगे। इसके अलावा वहां पर कुर्सी, टेबिल आदि भी नहीं है। सीएमएचओ के अनुसार जब कभी पोहरी के डॉक्टर टूर पर या अवकाश पर जाते हैं तो डॉ शशांक को पोहरी भेजा जाता है। ऐसे में विचारणीय पहलू यह है कि शेष दिन डॉ शशांक कहां ड्यूटी दे रहे हैं? इसका कोई जवाब अधिकारी नहीं दे पाए।
मैं वहां सीएचसी चालू करवा देता हूं
इस पूरे मामले पर सीएमएचओ का यह भी कहना है कि मैं भी कुछ दिन पहले खरई गया था तो मुझे वहां एएनएम नहीं मिली थी। मैंने एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, इसके अलावा उसे यह भी निर्देश दिए हैं कि वह इस बिल्डिंग में सब हेल्थ सेंटर को संचालित करे। बकौल सीएमएचओ सप्ताह भर के अंदर वहां एसएचसी को चालू करवा दिया जाएगा।
मेरे पास तो यह फीडबैक है कि खरई स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहा है। यह आपने बताया है कि वहां ताला लगा है। मैं सीएमएचओ से बात करके उस स्वास्थ्य केंद्र को शुरू कराने के संबंध में उचित कार्रवाई करता हूं।
आशीष तिवारी, एसडीएम
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