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पुजारी के ही भतीजे ने गढ़ी मंदिर की मूर्तियों को किया था क्षतिग्रस्त, आरोपी दबोचा

पुजारी के ही भतीजे ने गढ़ी मंदिर की मूर्तियों को किया था क्षतिग्रस्त, आरोपी दबोचास्मैक का नशा करने का आदी है आरोपी, मंदिर पर आने वाले चढ़ावे को लेकर परिवार में है विवाद,

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पुजारी के ही भतीजे ने गढ़ी मंदिर की मूर्तियों को किया था क्षतिग्रस्त, आरोपी दबोचा

पुजारी के ही भतीजे ने गढ़ी मंदिर की मूर्तियों को किया था क्षतिग्रस्त, आरोपी दबोचा


पुजारी के ही भतीजे ने गढ़ी मंदिर की मूर्तियों को किया था क्षतिग्रस्त, आरोपी दबोचा
स्मैक का नशा करने का आदी है आरोपी, मंदिर पर आने वाले चढ़ावे को लेकर परिवार में है विवाद,
शिवपुरी। जिले के पोहरी थाना अंतर्गत ग्राम झिरी में १६ मार्च को गढ़ी माता मंदिर में मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने वाला कोई और नही बल्कि मामले में फरियादी बने मंदिर के पुजारी का सगा भतीजा ही निकला। आरोपी स्मैक व शराब पीने का आदी है और गांव में चोरी से लेकर अन्य घटनाएं करता रहता है। मंदिर पर आने वाला चढ़ावा परिवार के लोगों के बीच विवाद की जड़ है और पैसा न मिलने के कारण ही आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है।
टीआई रविशंकर कौशल ने बताया कि १६ मार्च को झिरी स्थित गढ़ी माता मंदिर में रात करीब ८.३० बजे किसी अज्ञात आरोपी ने माता व भगवान गणेश की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था। घटना के बाद पुलिस ने हर स्तर पर जांच की और गांव के कई लोगों के बयान लिए। तब जाकर पुलिस को पता चला कि मंदिर के पुजारी व मामले में फरियादी बने दयागिरी पुत्र लालगिरी व उसके भाई प्रेम गिरी के बीच मंदिर पर पूजा अर्चना करने के साथ चढ़ावा लेने को लेकर कई सालों से विवाद था। इसी फेर में दोनो भाई एक-एक साल बारी-बारी से मंदिर पर पूजा करने का काम करते है और जो भी चढ़ावा आता है, अपने पास रखते है। ऐसे में प्रेम गिरी का बेटा टकले उर्फ महेन्द्र गिरी जो कि स्मैक व शराब पीने का आदी है, उस पर पूरी घटना को लेकर संदेह आया। इस पर से पुलिस ने महेन्द्र गिरी को राउंड अप कर जब पूछताछ की तो पूरी घटना सामने आई। महेन्द्र ने बताया कि उसे खर्चे के लिए कोई पैसे नही देता और मंदिर पर खूब चढ़ावा आता है। इसलिए उसने सोचा कि जब मुझे मंदिर से कुछ नही मिलता तो मंदिर की मूर्तियां ही तोड़ दूं जिससे किसी को कुछ न मिले। इसी को लेकर उसने मूर्तियां तोड़ दी। पुलिस ने आरोपी के पास से वारदात में प्रयोग किया गया लोहे का सब्बल भी बरामद कर लिया है। घटना के वक्त आरोपी स्मैक के नशे में था।
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घटना को लेकर गांव में हो गया था तनाव
यहां बता दें कि मंदिर में मूर्तियों को तोडऩे की घटना के बाद से तनाव का माहौल हो गया था। आरोपी पकडऩे के लिए गांव के लोगों ने चक्काजाम किया था और जिला मुख्यालय से लेकर कई स्थानों पर ज्ञापन भी सौंपे गए थे। बाद में पता चला कि घटना को किसी दूसरे ने नही बल्कि पुजारी के परिवार से ही आरोपी निकला।