
Yogi Government: उत्तर प्रदेश सरकार ने लापरवाह चिकित्सा अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। श्रावस्ती के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अजय प्रताप सिंह सहित दो चिकित्सा अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, सुल्तानपुर के सीएमओ के खिलाफ जांच शुरू हो गई है।
वहीं, पीलीभीत और अमेठी के दो चिकित्सा अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सभी कार्रवाई उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर की गई है। सीएमओ डॉ. अजय प्रताप सिंह पर अवैध निजी अस्पतालों पर अंकुश न लगा पाने, टेंडरों में अनियमितता करने, बायो मेडिकल वेस्ट का उचित निस्तारण न करने व उच्च आदेशों की अवहेलना के आरोप हैं। डीएम और सीडीओ की जांच रिपोर्ट के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई कर चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबद्ध किया गया है।
परिवार कल्याण महानिदेशालय के निदेशक डॉ. दिनेश कुमार उनके खिलाफ जांच कर एक माह में रिपोर्ट देंगे। फतेहपुर के जिला महिला चिकित्सालय में तैनात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पुण्ड्रीक कुमार गुप्ता को निलंबित कर सिद्धार्थनगर के सीएमओ कार्यालय से संबद्ध किया गया है। उनका सरकार व अफसरों के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी का ऑडियो वायरल हुआ था। मामले की जानकारी समय से न देने पर फतेहपुर के सीएमओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। डॉ. गुप्ता द्वारा फतेहपुर के जिला चिकित्सालय के सीएमओ को रुपये देने के आरोप के संबद्ध में भी चिकित्सा अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
Updated on:
12 Dec 2024 08:54 am
Published on:
12 Dec 2024 08:53 am
बड़ी खबरें
View Allश्रावस्ती
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
