
संजय टाइगर रिजर्व संयुक्त संचालक ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग
सीधी। घडिय़ालों के लिए आरक्षित सोन नदी से अवैध रेत निकासी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रशासन जहां एक तरफ जहां कोरोना वायरस संक्रमण से जंग लडऩे में ब्यस्त हैं वहीं इस ब्यस्तता का फायदा उठाते हुए रेत कारोबारियों के निशाने पर सोन नदी है। शांम होते ही अवैध रेत की निकासी शुरू हो जाती है। अवैध रेत उत्खनन रोकने के लिए क्षेत्र में जाने वाला अमला अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। जब हिम्मत करके अमला अवैध उत्खनन रोकने पहुंचता है तो उसे गाली-गलौज व जांन से मारने की धमकी का सामना करना पड़ता है। इससे पूर्व भी जिम्मेदार अमले के ऊपर रेत कारोबारियों के द्वारा हमला कर दिया गया है। रात्रि में अवैध रेत उत्खनन को रोकने के लिए गश्ती पर गए सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य के अमलों को एक बार फिर गाली-गलौज व जांन से मारने की धमकी का सामना करना पड़ा। सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य के अमले के द्वारा मामले की शिकायत संजय टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक के पास की गई। जिस पर संयुक्त संचालक के द्वारा आरोपियों के नाम सहित पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की गई है।
यह है संयुक्त संचालक का पत्र-
पुलिस अधीक्षक को लिखे गए पत्र में संजय टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक के द्वारा गाली गलौज की घटना को स्वीकारते हुए पुलिस अधीक्षक से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। उनके द्वारा बताया गया कि २ एवं ३ मई की दरमियानी रात्रि प्रतिबंधित क्षेत्र सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य सीधी के अमलों के द्वारा गश्ती करते हुए सोन नदी से डेम्हा घाट पहुंचने के पूर्व डेम्हा-कुर्रवाह घाट के लिए रास्ता जाता है। उक्त तिराहे पर अवैध रेत उत्खनन, परिवहन कर रहे मुखबिरी करने वाले ब्यक्तियों के द्वारा नशे की हालत में परिक्षेत्र सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य सीधी के गश्ती अमले को जान से मारने की धमकी एवं गाली-गलौज किया गया एवं पूर्व में भी वन अमले पर पत्थरवाजी की घटना कारित कर चुके हैं। जिस पर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई कराए जाने की मांग की गई है।
आरोपियों में इन नामों का किया गया है उल्लेख-
संयुक्त संचालक के द्वारा इस गाली-गलौज में आधा दर्जन आरोपियों के नामों का भी उल्लेख किया गया है, जिन पर गाली-गलौज करने व जांन से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। जिसमें रज्जन सिंह पिता अर्जुन सिंह निवासी डेम्हा, धर्मेंद्र सिंह पिता जयराम सिंह निवासी डेम्हा, संदीप सिंह पिता रामचरण सिंह निवासी डेम्हा, रावेंद्र सिंह बाबा पिता दिनेश प्रताप सिंह निवासी डेम्हा, बेटू द्विवेदी पिता नवल किशोर द्विवेदी निवासी डेम्हा के साथ अन्य ६ से ७ लोगों की संलिप्तता बताई गई है।
Published on:
20 May 2020 05:56 am
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