डॉ. राजेश मिश्रा चुरहट तहसील अंतर्गत अकौरी गांव के रहने वाले हैं। उनकी उम्र 67 साल है। उन्होंने मेडिकल की शिक्षा इंदौर से प्राप्त कर चिकित्सा के क्षेत्र में शामिल हुए । जिला चिकित्सालय में शासकीय चिकित्सक के रूप में सेवा दी। उसके बाद खुद का नर्सिंग होम संचालित किया। इनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे डॉ. अजय मिश्रा निजी स्कूल का संचालन कर रहे हैं। छोटे बेटे डॉ. अनूप मिश्रा भी पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए शासकीय चिकित्सक बतौर जिला अस्पताल में नौकरी करने के बाद त्यागपत्र देकर निजी अस्पताल चला रहे हैं।
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डॉ. राजेश मिश्रा का सियासी सफर बसपा के साथ शुरू हुआ था। साल 2008 में वे सीधी विधानसभा से बतौर प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। उन्हें 13741 मत मिले थे। बीजेपी कांग्रेस के बाद वे तीसरे स्थान पर थे। साल 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के हाथों बीजेपी की सदस्यता ली थी। तब से भाजपा में रहकर विधानसभा व लोकसभा में टिकट की मांग करते हुए दावेदारी जता रहे थे। डॉ. राजेश मिश्रा विधानसभा चुनाव 2023 में सीधी सीट से दावेदारी जता रहे थे। टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
डॉ.राजेश मिश्रा छात्र जीवन से ही राजनीति की शुरूआत कर दी थी। उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई के दौरान वर्ष 1979 इंदौर चिकित्सा महाविद्यालय में छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे। इसके बाद देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय इंदौर में छात्र संघ से चयनित सदस्य का निर्वहन किया। इसके बाद दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर की सिल्वर जुबिली में बेस्ट आउट गोइंग स्टूडेंट फार ओवर आल एक्टविटीज का एवार्ड प्राप्त किया था। वह मप्र इंडियन डेंटल एसोसिएशन में कई वर्षों तक उपाध्यक्ष भी रहे। इसके साथ ही द्वितीय वर्ग चिकित्सा अधिकारी संघ में संभागीय सचिव का दायित्व निभाया।