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इतने विरोध पर भी सरकार नहीं.. कांग्रेस विधायक निजी खर्च से बनवा रहे गर्भवती लीला साहू के गांव की सड़क

Sidhi News : सड़क निर्माण को लेकर कहा जाने लगा कि, सरकार को एक गर्भवती महिला का दर्द दिखाई दे गया। लेकिन, अब चुरहट से कांग्रेस विधायक अजय सिंह (राहुल) के दावे के बाद सरकार की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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Sidhi News

कांग्रेस विधायक का दावा (Photo Source- Patrika)

Sidhi News : करीब एक साल की जद्दोजहद के दौरान जिम्मेदारों के तमाम दरवाजे खटखटाने के बाद सोशल मीडिया के जरिए गांव की सड़क की मुहिम छेड़ने वाली मध्य प्रदेश की 'वायरल लेडी' लीला साहू की कोशिशें तो आखिरकार रंग ले आईं। उनके पोस्ट किए वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश से लेकर देश तक सियासत गर्माने के बाद आखिरकार गांव की सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो गया। इसकी पुष्टि गर्भवती लीला साहू ने एक दिन पहले ही एक वीडियो शेयर करते हुए खुद की। सड़क निर्माण शुरु होने के बाद कहा जाने लगा कि, आखिरकार सरकार को एक गर्भवती महिला का दर्द दिखाई दे गया। लेकिन अब मामले में कांग्रेस विधायक के एक दावे ने सरकारी कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़ा कर दिया है।

सीधी जिले की चुरहट विधानसभा से कांग्रेस विधायक अजय सिंह (राहुल भैया) ने बड़ा दावा करते हुए गांव में शुरु हुए सड़क निर्माण का श्रेय खुद को दिया है। उनका दावा है कि, मामले के तूल पकड़ने और सोशल मीडिया के जरिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक सरकारी कार्य प्रणाली की किरकिरी होने के बावजूद जब सरकार की ओर से क्षेत्र का सड़क निर्माण नहीं किया जा रहा था तो उन्होंने विधायक निधि के बजाए खुद अपने निजी खर्च से सड़क निर्माण शुरु कराया, ताकि गर्भवती महिला समेत गांव तक एंम्बुलेंस पहुंच सके। कांग्रेस विधायक के इस दावे के बाद माना जा रहा है कि, इस मामले पर प्रदेश में एक नई सियासत गरमा सकती है।

कांग्रेस विधायक का दावा

आपको बता दें कि, कांग्रेस विधायक अजय सिंह सोमवार को कांग्रेस नव संकल्प शिविर में शामिल होने सूबे के धार जिले के मांडू पहुंचे थे। इस दौरान उनसे लीला साहू के प्रयास द्वारा बनवाई जा रही सड़क पर सवाल किया गया। इसका जवाब देते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि, 'मेरे विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एक सड़क बहुत चर्चा में थी। लीला साहू और उनके सहयोगियों ने प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से लेकर सांसद और मुख्यमंत्री तक से गुहार लगाई थी। उन्होंने कहा कि, सांसद खुद चुनाव से पहले और चुनाव के बाद सड़क बनवाने का आश्वासन दे चुके थे।'

कांग्रेस विधायक ने आगे कहा कि, 'बावजूद इसके अब तक सड़क को लेकर कुछ नहीं हो सका था। एक तरफ उस गर्भवती महिला से लेकर गांव के सभी ग्रामीण सड़क निर्माण की गुहार लगाते लगाते थक चुके थे तो वहीं मैं भी विधायक निधि से सड़क बनवाने के तमाम प्रयास कर चुका था, बावजूद इसके सड़क निर्माण का खर्च आवंटित नहीं हुआ। ऐसे में मैं खुद ही अपने स्तर पर सड़क निर्माण करा रहा हूं। भगवान चाहेगा तो उन लोगों के लिए इतनी व्यवस्था तो हो जाएगी कि, उन्हें आवागमन में सुविधा हो जाएगी।'

सांसद के बयान पर जताई शर्मिंदगी

उन्होंने सांसद राजेश मिश्रा के 'डिलीवरी की डेट बताओ, उठवा लेंगे..' वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा- 'सांसद ने जो बात कही वो मुझे दोहराने में बड़ी कठिनाई होती है। एक संवेदनशील मामले को लेकर इस तरह से हल्की बात करना कि, गर्भवती महिला को मैं पहले उठवा लूंगा। सिर्फ उनका अस्पताल है क्या ? ये उचित नहीं था। इसी से क्षुब्ध होकर मैंने सरकार से मदद की आस लगाने के बजाए खुद ही सड़क निर्माण कराने का फैसला लिया। जल्द ही, मार्ग ऐसा हो जाएगा कि, वहां से आवागमन सुगम हो जाएगा।'

सोशल मीडिया पर लीला ने बुलंद की थी आवाज

जिले के अंतर्गत आने वाले रामपुर नैकिन विकासखंड इलाके के खड्डी खुर्द के बगैया टोला से गजरी को जोड़ने वाला रास्ता बेहद खराब हालत में था। इसी मार्ग को लेकर लीला साहू पिछले एक साल से संघर्ष कर रही थीं। इसके लिए उन्होंने सीधी कलेक्टर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री मोहन यादव, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और सांसद राजेश मिश्रा तक से सड़क निर्माण की मांग की थी।

लेकिन, जब उनकी मांग किसी द्वार पर नहीं सुनी गई तो लीला ने अपनी आवाज सोशल मीडिया के जरिए बुलंद की और सड़क की दुर्दशा और उसकी गर्भावस्था बयान करत हुए एक वीडियो जारी की, जो देखते ही देखते जमकर वायरल हो गई। उनके इस तरीके ने प्रदेश ही नहीं केंद्र सरकार तक की कीफी किरकिरी की। वीडियो में लीला साहू ने सिर्फ अपनी ही हालत की बात नहीं की थी, बल्कि गांव की 6 गर्भवती महिलाओं की हालत बयान कर खराब सड़कों के कारण गांव तक एंबुलेंस घर तक न पहुंच पाने की बात कही थी।

बयानों ने बनाया बात का पतंगड़

मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया, जब राज्य के लोक निर्माण (PWD) मंत्री राकेश सिंह और सांसद डॉ. राजेश मिश्रा द्वारा लीला की मांग पर बेतुके वयान दे डाले। सांसद राजेश मिश्रा ने तो यहां तक कह दिया कि, 'लीला साहू आप अपनी प्रेग्नेंसी की डेट बताओ, हम आपको एक हफ्ता पहले उठवा लेंगे…।' दोनों नेताओं के ऐसे बयानों पर विपक्ष से लेकर आम जन तक भड़क गया, जिसने सरकार की और किरकिरी कर दी।

एक दिन पहले खुद लीला ने जताई सड़क निर्माण पर खुशी

आखिरकार, लीला की मांग के अनुसरूप जब गांव में सड़क निर्माण शुरु हुआ तो लीला ने खुद इसकी जानकारी साझा कर निर्माण कार्य पर खुशी जाहिर की थी। लीला ने अपने वीडियो पोस्ट में जेसीबी मशीन और रोलर के साथ सड़क निर्माण कार्य होता दिखाया। साथ ही, कहा कि खराब सड़क के कारण एक बार उनके घर एंबुलेंस नहीं आ पाई थी। अब इसीलिए सड़क पर अस्थायी काम शुरू हो गया है, ताकि एंबुलेंस पहुंच सके।