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सर्दी, जुकाम और खांसी है तो इसे मौसमी बीमारी न मानें, समय पर कराएं इलाज

जांच करवाने से परिवार के अन्य सदस्य कोरोना संक्रमित होने से बचेंगे

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सीधी

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Hitendra Sharma

Jan 26, 2022

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सीधी. यदि आपको सर्दी, जुकाम, खांसी है तो इसे हल्के में न लें, क्योंकि यह कोरोना संक्रमण के लक्षण भी हो सकते हैं। ऐसे में तत्काल अस्पताल जाकर फीवर क्लीनिक में जांच कराएं और डॉक्टर से उचित सलाह लें, क्योंकि तीसरी लहर में अभी तक जितने मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं उनमें से अधिकतर को मामूली सर्दी, जुकाम, खांसी के लक्षण ही थे। इन सभी ने जब कोरोना सेंपल दिया तो अधिकतर पॉजिटिव निकलें। जबकि कुछ में तो लक्षण स्पष्ट नहीं थे। जिले में 20 दिनों का संक्रमण काल देखें तो ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। 20 दिनों में अब तक 346 मरीज कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं, इनमें से एक की भी हालत गंभीर नहीं पाई गई है। सिर्फ अपवाद स्वरूप एक मरीज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वह भी अस्पताल से भाग गया।

वहीं कुछ और मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनके घर में आइसोलेट होने पर्याप्त जगह नहीं थी। कोरोना मरीजों का पिछले तीन साल से इलाज कर रहे डॉक्टर का कहना है कि सीधी जिले में अब तक मिले कोरोना पॉजिटिव मरीजों में किसी की भी हालत गंभीर सामने नहीं आई है।एक भी मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत भी नहीं पड़ी है। सुखद बात यह है कि ज्यादातर मरीज 7 दिन के भीतर स्वस्थ हो चुके हैं। इन सबके बावजूद लोगों को बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम और खांसी को हल्के में नहीं लेना है, क्योंकि यदि वे इसे मौसमी बीमारी मानकर डॉक्टर को दिखाए बिना ही मेडिकल से दवा लेकर ठीक होने का प्रयास करेंगे तो यह गलती भारी पड़ सकती है।

इसके भी कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। जिनमें कई परिवारों के पूरे सदस्य संक्रमित हो गए। जिनमें माता-पिता से लेकर छोटे बच्चे शामिल हैं। चिकित्सक के मुताबिक मौसम में जरा सा बदलाव या ज्यादा ठंडी चीजें खा लेने की वजह से या फिर अन्य कारणों से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में खांसी की समस्या हो सकती है। खांसी की समस्या होने पर गले में खराश और दर्द भी होने लगता है। खांसने पर शरीर के वायु मार्ग से कई बार बलगम भी बाहर आता है। खांसी सूखी भी हो सकती है। आयुर्वेद के अनुसार जब शरीर में वात, पित्त और कफ इन तीनों दोषों का असंतुलन होता है तो व्यक्ति को खांसी होती है।

यह बोले एक्सपर्ट
जिला चिकित्सालय सीधी सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे ने बताया कि बदलते मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी होना सामान्य बात है, लेकिन वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल चल रहा है। हर दिन पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। ऐसे में इसे हल्के में न लें। अस्पताल में आकर फीवर क्लीनिक पर जांच कराएं। पिछले काफी समय से अस्पताल की कुल ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के आ रहे हैं। लक्षण के आधार पर हम ज्यादातर को फीवर क्लीनिक में कोरोना जांच के लिए भेज रहे हैं और उनमें से पॉजिटिव भी निकल रहे हैं।

लंबे समय तक खांसी चिताजनक
सामान्य सर्दी-खांसी या फ्लू की वजह से होने वाली खांसी की समस्या दवा लेने या कुछ घरेलू उपाय की मदद से कुछ दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन यदि खांसी की समस्या लंबे समय तक लगातार बनी रहे तो यह भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने की निशानी हो सकती है। यदि हफ्ते भर से ज्यादा खांसी की समस्या रहे या फिर एक दिन में तीन से चार बार ऐसा हो तो इसे नजरअंदाज न करें और कोरोना टेस्ट करवाएं। यदि सामान्य खांसी की समस्या होगी तो मरीज को सांस फूलने या सांस लेने में तकलीफ की समस्या सामान्य तौर पर नहीं होती है। लेकिन यदि खांसी और बुखार के साथ सांस लेने में भी तकलीफ महसूस हो रही है। व्यक्ति हांफ रहा है तो यह भी कोरोना संक्रमण का एक मजबूत संकेत हो सकता है।