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तेंदुए के जबड़े से खींच लाई बच्चे की जान मां

तेंदुए के जबड़े से अपने बच्चे को छीनकर उसकी जान बचाने वाली मर्दानी मां किरण बैगा को उत्तम जीवन रक्षा पदक देने की घोषणा की गई है।

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तेंदुए के जबड़े से खींच लाई बच्चे की जान मां

तेंदुए के जबड़े से खींच लाई बच्चे की जान मां

सीधी. एक मां-बाप ही है जो अपने बच्चे के लिए अपनी जान की बाजी तक लगा देते हैं, ऐसा ही एक उदाहरण मध्यप्रदेश के सीधी जिले से सामने आया है, एक मां ने अपने बच्चे की जान बचाने के लिए तेंदुए तक की परवाह नहीं की, मां अपने बच्चे को तेंदुए के जबड़े से खींच लाई, इस दौरान मां की जान भी जा सकती थी, लेकिन उसने खुद की जान की परवाह नहीं करते हुए अपने बच्चे को बचाया। इस मां को दुनिया सलाम कर रही है। आईये जानते हैं कौने है वह मां।

तेंदुए के जबड़े से अपने बच्चे को छीनकर उसकी जान बचाने वाली मर्दानी मां किरण बैगा को उत्तम जीवन रक्षा पदक देने की घोषणा की गई है। उन्हें जल्द ही राष्ट्रपति सम्मानित करेंगी। इधर, गणतंत्र दिवस पर किरण को विधायक कुंवर सिंह टेकाम ने श्रीफल, शॉल और 5100 रुपए से सम्मानित किया। सीएम ने भी बहादुरी की तारीफ की थी।


किस्सा कुसमी विकासखंड का है। यहां संजय टाइगर बफर जोन टमसार रेंज में एक गांव है बाड़ी झरिया। यह गांव तीन तरफ से पहाड़ से घिरा हुआ है। बात 28 नवंबर 2021 की है। इस गांव के शंकर बैगा की पत्नी किरण बैगा उस दिन देर शाम अपने बच्चों के साथ अलाव के पास बैठी आग सेंक रही थीं। एक बच्चा किरण की गोद में था, जबकि दो बच्चे पास ही बैठे थे। इसी बीच अचानक आए तेंदुए ने हमला बोल दिया। तेंदुए ने एक बच्चे को मुंह में दबाया और वहां से भाग निकला। किरण ने हिम्मत दिखाई और अंधेरे में ही तेंदुए के पीछे भागीं। करीब एक किलोमीटर दूर तक तेंदुए के पीछे जाकर किरण अपने बच्चे को बचाकर लाने में सफल रहीं।


प्रदेशभर में चर्चा
तेंदुए के हमले में बच्चे के गाल, पीठ और आंख में गंभीर चोट आई थी। इधर, महिला की बहादुरी के चर्चे प्रदेशभर में हुए। इसी बहादुरी पर उसे राष्ट्रपति जीवन रक्षक पदक से नवाजा जाएगा।

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