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72 घंटे बाद सहमति पर धरना समाप्त, श्रमिक का हुआ पोस्टमार्टम

- नगर परिषद ने निर्माणाधीन मकान पर नोटिस चस्पा किया, पुलिस ने दिया आश्वासन आरोपियों पर होगी कार्रवाई

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सीकर. फतेहपुर रोड पर निर्माणाधीन भवन में मंगलवार सुबह शटरिंग का काम कर रहे एक श्रमिक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। परिजनों का आरोप था कि ठेकेदार शव को हॉस्पिटल छोड़कर फरार हो गया था। तीसरे दिन शुक्रवार शाम को 72 घंटे बाद इस मामले में दूसरे दौर की वार्ता के बाद प्रशासन, प्रतिनिधि मंडल व परिजनों के बीच आपसी सहमति बनी। आरोपियों की गिरफ्तारी और निष्पक्ष जांच की सहमति बनने के बाद प्रदर्शनकारी धरना उठाने व मृतक श्रमिक इरफान अली का पोस्टमार्टम करवाने को तैयार हुए। वहीं नगर परिषद ने मकान मालिक की बिल्डिंग के बाहर नोटिस चस्पा कर दिया है। देर रात श्रमिक को सुपुर्द ए खाक किया गया।

मकान मालिक सहित चार के खिलाफ जांच -

विभिन्न राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारी व नेता सहित एसएफआई, एनएसयूआई के छात्रनेता भी बुधवार सुबह से पिछले तीन दिन से श्रमिक इरफान अली (32) निवासी लक्ष्मणगढ़ को न्याय दिलाने के लिए श्री कल्याण हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठे हुए थे। परिजन, ग्रामीण और नेता श्रमिक इरफान को न्याय दिलाने के लिए डटे रहे। गुरुवार को पुलिस ने मकान मालिक और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आश्वासन दिया था। परिजनों ने आरोप लगाया कि मकान मालिक का नाम जानबूझकर हटा दिया गया। शुक्रवार को धरने के दबाव में पुलिस ने मकान मालिक का नाम भी जोड़ा और सही जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं नगर परिषद के अधिकारियों ने वार्ता के दौरान ही निर्माणाधीन बिल्डिंग को सीज करने का नोटिस जारी किया।

सरकारी सहायत मिलनी चाहिए-

उपजिला प्रमुख ताराचंद धायल व एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र ढ़ाका ने धरने का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि उनकी मुआवजे की कोई मांग नहीं थी। बल्कि श्रमिक इरफान अली की मौत के मामले में जिम्मदार आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने व संबंधित भवन मालिक का नाम भी एफआईआर में दर्ज करने की मांग थी। उक्त मांग को प्रशासन ने मान लिया है।

निर्माणाधीन भवन पर नोटिस चस्पा-

नगर परिषद की ओर से निर्माणाधीन भवन पर भी नोटिस चस्पा किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि परिजनों को सरकारी सहायता मिलनी चाहिए इससे परिजनों को राहत मिलेगी। सेवादल के जिलाध्यक्ष रविकांत तिवाड़ी व एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने कहा कि मृतक के पत्नी, बच्चे व बुजुर्ग माता-पिता हैं जो उस पर आश्रित थे। पुलिस प्रशासन ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।