
प्रतीकात्मक तस्वीर: पत्रिका
Newborn Found Dead In Sikar: सीकर के शाति नगर में एक निजी स्कूल के पास स्थित खाली प्लॉट में करीब आठ महीने के नवजात का शव मिलने से सनसनी फैल गई। खेलते समय बच्चों ने वहां श्वानों को कुछ नोंचते देखा।
पास जाकर देखा तो श्वानों के मुंह में नवजात के शव के अंग थे। बच्चों ने शोर मचाया, जिस पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बड़ी मशक्कत के बाद श्वानों को भगाकर शव को छुड़वाया। घटना की सूचना उद्योग नगर थाना पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास की तलाशी ली। स्कूल संचालक राहुल कड़वासरा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस ने चिकित्सकों से पोस्टमार्टम करवाने के बाद नगर परिषद के सहयोग से नवजात का अंतिम संस्कार करवाया। चिकित्सकों के अनुसार शव करीब सात से आठ माह का था।
श्वान शव के धड़ का नीचे का हिस्से खा गए थे, इसलिए लिंग का स्पष्ट पता नहीं चल पाया। पिछले चार माह में शहर में नवजात के भ्रूण को श्वानों द्वारा नोचे जाने की यह तीसरी घटना है। लगातार सामने आ रही इन घटनाओं ने शहरवासियों को झकझोर कर रख दिया है।
उद्योग नगर थाने के सब इंस्पेक्टर बीरबल सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि नवजात का शव रात के समय यहां फेंका गया। जिस स्थान पर भ्रूण मिला, उसके पास वन विभाग की खाली जमीन है, ऐसे में श्वान शव को कहां से लाए, इसका भी पता लगाया जा रहा है। श्वान शव का 60% से अधिक हिस्सा नोच चुके थे, जिससे ठोस सुराग मिलना मुश्किल हो गया है। हालांकि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
उद्योग नगर थाना क्षेत्र में एक माह पहले 19 नवंबर को आनंद नगर में भी नवजात का मैच्योर भ्रूण मिला था। उस समय एक श्वान भ्रूण को मुंह में दबाए घूम रहा था। भ्रूण के हाथ-पैर नोचे हुए थे और कोडक्लैंप भी लगी मिली थी।
इससे पहले करीब चार माह पूर्व सदर थाना क्षेत्र के सालासर रोड स्थित इकोलॉजी पार्क और बर्ड सेंचुरी के वॉकिंग वे के पास भी नवजात का भ्रूण मिला था, जहां श्वानों ने सिर को नोच रखा था।
पुलिस शांति नगर, रीको क्षेत्र, डिपो रोड, सांवली सर्किल सहित आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। इसके साथ ही निजी व सरकारी अस्पतालों के डिलीवरी रिकॉर्ड भी जांचे जाएंगे, ताकि नवजात के संबंध में कोई सुराग मिल सके। आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है।
सीकर शहर में आवारा श्वानों का खौफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले चार माह में तीन क्षेत्रों में श्वानों ने नवजात भ्रूणों तक को नोंच खाया। इन घटनाओं के बाद लोगों में आक्रोश है। हालात ऐसे बन गए हैं कि सुबह-शाम सड़कों पर निकलना लोगों के लिए चुनौती बन गया है। बाइकर्स, बच्चों और महिलाओं पर हमलों की घटनाएं भी बढ़ रही है।
Updated on:
19 Dec 2025 11:12 am
Published on:
19 Dec 2025 11:10 am
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