25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

देशभक्ति का जज्बा और हाथ में तिरंगा लेकर साइकिल से देशभ्रमण पर निकला फौजी का बेटा, दे रहा अनूठा पैगाम

जीणमाता. देशभक्ति से बड़ा कोई धर्म नही होता और देश की आन-बान और शान के प्रतीक तिरंगे की शान के आगे तन-मन-धन सब कुर्बान हो जाए इस जज्बें को दिल में समेटे हाथों में तिरंगा थामें एक नौजवान पिछले एक महीने से साइकिल से भारत भ्रमण पर निकला है।

2 min read
Google source verification
sikar news

देशभक्ति का जज्बा और हाथ में तिरंगा लेकर साइकिल से देशभ्रमण पर निकला फौजी का बेटा, दे रहा अनूठा पैगाम

दीपक पाराशर.
जीणमाता. देशभक्ति से बड़ा कोई धर्म नही होता और देश की आन-बान और शान के प्रतीक तिरंगे की शान के आगे तन-मन-धन सब कुर्बान हो जाए इस जज्बें को दिल में समेटे हाथों में तिरंगा थामें एक नौजवान पिछले एक महीने से साइकिल से भारत भ्रमण पर निकला है। बीएसएफ के सेवानिवृत फौजी सोनेलाल का 24 वर्षीय बेटा प्रदीप राठौर तिरंगे झंडे की शान को जन-जन तक पहुंचाने के जुनून के साथ साइकिल से यूपी के जालौन जिले में स्थित अपने गांव उरई से 21 जनवरी 2019 को भारत भ्रमण निकल पड़ा है। प्रदीप ने बताया कि देश के सम्मान के प्रतीक तिरंगे का जज्बा 15 अगस्त व 26 जनवरी की औपचारिकता से आगे नही बढ़ पाता और लोग जाति-धर्म की कट्टरता और राजनैतिक दलों के झंडे के मोह में हमारे देश की शान तिरंगे को भूलते जा रहे है। ऐसे में तिरंगे के सम्मान का भाव हर दिन हर क्षण देशवासियों के मन में रहे इसी उद्देश्य के साथ लोगों को जागृत करने के लिए देश के सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों की साइकिल से यात्रा पर निकले है। प्रदीप ने बताया कि अपने गांव उरई से यात्रा शुरू करने के बाद 26 जनवरी को वह दिल्ली के इंडिया गेट पर पहुंचे जहां उन्होंने गणतंत्र दिवस मनाया उसके बाद हरियाणा,पंजाब,हिमाचल प्रदेश,उतराखण्ड व पंजाब होते हुए राजस्थान पहुंचे है। प्रदीप ने बताया कि यात्रा के दौरान साइकिल पर लगे ऊंचे व लंबे तिरंगे को देखकर लोग स्वत: ही उनके पास चले आते है। इसके बाद लोगों को तिरंगे व देशभक्ति के लिए पे्ररित करने की कोशिश करता हूं। प्रदीप अपनी साइकिल पर पीछे अपने बिस्तर,कपड़े व जरूरी सामान साथ लेकर चलते है और रास्ते में ही विश्राम करते है। बीएससी तक पढ़े प्रदीप ने बताया कि पिता के बीएसएफ में होने से बचपन से ही देश-प्रेम के संस्कार मिले है। लगभग चार महीने में वह देश के सभी 29 राज्यों व 7 केन्द्र शासित प्रदेशों के सैकड़ों जिलों में जाकर तिरंगे की शान का महत्व बताऊंगा।

पुलवामा हमले के बाद देशभक्ति के भाव उफान पर

भारत यात्रा पर निकले प्रदीप राठौर 14 फरवरी को पंजाब राजस्थान के बॉर्डर पर मौंगा जिले में था जहां उसे पुलवामा आतंकी हमले की खबर मिली। उस घटना के बाद लोगों में देशभक्ति का तूफान एकदम से जाग उठा। गुरूवार को राजस्थान के सीकर-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग होकर गुजर रहे प्रदीप ने बताया कि शेखावाटी में सैनिकों के प्रति जो जज्बा है वह काबिले तारीफ है।