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राजस्थान में यहां दिन का दूसरा कोरोना विस्फोट, अब शहर में मिले सात पॉजिटिव

राजस्थान के सीकर जिले में कोरोना वायरस ने एक ही दिन में दूसरा बड़ा अटैक कर दिया है। सुबह बाहरी इलाकों को दहलाने के बाद कोरोना ने सीकर शहर को हिला दिया है।

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सीकर

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Sachin Mathur

May 25, 2020

कोरोना का दूसरा विस्फोट, अब शहर में मिले सात पॉजिटिव

कोरोना का दूसरा विस्फोट, अब शहर में मिले सात पॉजिटिव

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में कोरोना वायरस ने एक ही दिन में दूसरा बड़ा अटैक कर दिया है। सुबह बाहरी इलाकों को दहलाने के बाद कोरोना ने सीकर शहर को हिला दिया है। दोपहर की रिपोर्ट में शहर में कोरोना संक्रमण के एक साथ सात नए मामले सामने आए हैं। मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डा. अजय चौधरी ने बताया कि इनमें पांच केस वार्ड 16 तथा एक- एक केस वार्ड 17 व 21 के हैं। वार्ड 16 में मोहल्ला जमीदारान ढाणी अहले कुरेशी के पांचों लोगों में एक पति- पत्नी व तीन अन्य लोग शामिल हैं, जो अलग अलग परिवार के हैं। सभी का कुछ दिनों पहले मुंबई से घर वापसी करना सामने आया है। इसी तरह वार्ड 17 निवासी 39 वर्षीय और वार्ड 21 में पालवास रोड पर 26 वर्षीय युवक की रिपोर्ट में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने सभी के उपचार के साथ उनकी ट्रेवल हिस्ट्री के आधार पर संपर्क में आए लोगों के आइसोलेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रभावित क्षेत्र को सेनेटाइज करने के साथ प्रशासन ने वहां जीरो मोबिलिटी की घोषणा के साथ आमजन की आवाजाही पर रोक लगा दी है। मौके पर पुलिस का जाप्ता भी लगाया गया है।

एक दिन में 30 पहुंचा ग्राफ


सीकर शहर में सात नए संक्रमितों के साथ सीकर जिले में आज कुल कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 30 पहुंच गया है, जो एक दिन में अब तक का उच्चतम ग्राफ है। वहीं, अब तक के कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या भी 112 हो गई है।

फिर उठी संस्थागत क्वारेंटीन की मांग


प्रवासियों की वजह से सीकर जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच एक बार फिर प्रवासियों के संस्थागत क्वारेंटीन की मांग उठने लगी है। विभिन्न संस्थाओं व संगठनों के लोगों का कहना है कि प्रवासियों का होम आइसोलेशन कोरोना का संक्रमण बढ़ा रहा है। लिहाजा हर प्रवासी को जिले में आने से पहले किसी स्कूल, कॉलेज या छात्रावास में अलग क्वारेंटीन किया जाए। गंभीर सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या सरकार संस्थागत क्वारेंटीन पर होने वाले खर्च को बचाने के लिए ही प्रवासियों को सीधे घर भेज रही है?