
सीकर.
देशभर की चिंकारा सैनिक कैंटीन को एक अप्रेल से ऑनलाइन सर्वर से जोड़ दिया गया है। अब कैंटीन में कार्डधारी को बायोमैट्रिक एंट्री ही मिल पाएगी। इतना ही नहीं कैंटीन में मिलने वाले सामान की तादाद भी निर्धारित की गई है। जानकार मानते हैं कि इससे कैंटीन के दुरुपयोग पर पूरी तरह से लगाम लग सकेगी।
थम्ब पर ही प्रवेश
कैंटीन के मैन गेट पर ही बायोमैट्रिक मशीन लगाई जाएगी। मशीन में कार्डधारियों के एक बार थम्ब इम्प्रेशन फीड करने के बाद उसे हमेशा ही थम्ब मशीन में मैच कराने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। कैंटीन प्रबंधन के मुताबिक देश में कई कैंटीन में इसे लागू कर दिया गया है, सीकर में माह के अंत तक लागू कर दिया जाएगा।
होना पड़ेगा मायूस
इस नई व्यवस्था से कैंटीन के दुरुपयोग पर लगाम लग सकेगी। अब कार्डधारी के रिश्तेदार व परिचित कैंटीन में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। गौरतलब है कि अभी तक कार्डधारी अपना सामान लेने के बाद अपने रिश्तेदारों व परिचितों को कार्ड बांट देते थे। सामान की सीमा भी तयअब कैंटीन में एक कार्ड पर सामान की सीमा भी तय की गई है। जिसके तहत एक कार्डधारी किसी भी एक सामान को तादाद में नहीं खरीद सकेगा।
कैंटीन नहीं होगी खाली
जानकारों का मानना है कि कैंटीन के दुरुपयोग पर लगाम से कैंटीन के असमय ही खाली होने की समस्या भी खत्म होगी। कार्डधारी द्वारा ही कार्ड के प्रयोग करने व सामान के तयशुदा मात्रा में मिल सकने के कारण कैंटीन में सभी सामान हर समय उपलब्ध रहेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले कई बार कार्डधारियों को कैंटीन से खाली हाथ भी लौटना पड़ता था।
अब सोच-समझकर अब राशन होगा तय
कैंटीन में सामान मिलने की सीमा तय होने के बाद अब कार्डधारियों को राशन सोच-समझकर खरीदना और खर्च भी करना होगा। जानकार मानते हैं कि एक माह में सामान की मात्रा निर्धारित होने के कारण अब वे कार्ड के इस्तेमाल के प्रबंधन में मशकक्त करते नजर आएंगे।कहीं से भी लें सामानपूरे देश में ऑनलाइन सर्वर से जुडऩे के बाद कार्डधारी दूसरी कैंटीन से भी निर्धारित सीमा में खरीदारी कर सकेंगे। कार्डधारी का पूरा रिकार्ड केन्द्रीकृत रूप से संग्रहित होगा।
Published on:
08 Apr 2018 11:14 am
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