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Dholera City सीकर. धोलेरा सिटी के नाम से ठगी Fraud का मामला सामने आया है। मामले में दो पीड़ितों ने उद्योग नगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। थानाधिकारी श्रीनिवास जांगिड़ ने बताया कि तारपुरा व हाल हाउसिंह बोर्ड निवासी सतवीर सिंह तथा नायकों का मौहल्ला नायकान निवासी सन्नी कुमार ने इस संबंध में रिपोर्ट दी है। जिसमें पनलावा निवासी रणवीर सिंह व पत्नी लक्ष्मी तथा कुदन दादिया निवासी बनवारी लाल व पत्नी गिरिजा के खिलाफ निवेश के नाम पर करीब 42 लाख रुपए की ठगी का आरोप लगाया है। मामले की जांच की जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले पीड़ित एसपी ऑफिस में शिकायत करने पहुंचे थे। इस पर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने उन्हें उद्योग नगर थाने भेज रिपोर्ट दर्ज करवाने के निर्देश दिए। उद्योग नगर थानाधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठगी का शक इसलिए
इस सप्ताह नहीं आया पैसा
कंपनी की ओर से ज्यादातर निवेशकों को हर सप्ताह मंगलवार को राशि दी जाती थी। लेकिन इस मंगलवार को लोगों के खातों में पैसा नहीं आया तो लोगों को ठगी Fraud का शक हुआ। कुछ निवेशक तो कंपनी के सीएमडी Cmd सहित अन्य के घर भी पहुंच गए। अब कंपनी की ओर से कई लोगों को तकनीकी खराबी की वजह से पैसा नहीं आने की बात कही जा रही है। लोगों ने बताया कि पिछले दो साल से कंपनी की ओर से लगातार पैसा दिया जा रहा था, इसलिए लोगों को विश्वास भी हो गया और निवेश करते गए।
फायदे का यह किया जाता दावा
पड़ताल में सामने आया कि यदि किसी व्यक्ति की ओर से 50 हजार रुपए का निवेश किया जाता तो उसको हर सप्ताह लगभग 1300 से 1400 रुपए दिए जाते थे। यदि वह व्यक्ति अपने नीचे सदस्य और बनाता तो प्रति सदस्य 200 रुपए और बढ़ जाते।
सोशल मीडिया पर ट्रेन्ड कर रहे मीम्स, कंपनी का दावा तकनीकी दिक्कत
सोशल मीडिया social media पर पिछले तीन दिनों से इस कंपनी को लेकर मीम्स वायरल memes viral हो रहे हैं। वहीं कंपनी की ओर से निवेशकों का गुस्सा शांत करने के लिए कई तरह के वीडियो भी अपलोड किए जा रहे हैं। कंपनी के कई पदाधिकारियों का कहना है कि तकनीकी दिक्कत की वजह से इस सप्ताह का पैसा ट्रांसफर नहीं हो सका है।
इनका कहना है
नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के खिलाफ दो लोगों ने ठगी की शिकायत दी है। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
श्रीनिवास जांगिड़, थानाधिकारी, उद्योग नगर, सीकर
सीकर के पांच हजार से अधिक लोगों ने किया निवेश
पत्रिका ने इस मामले में पड़ताल की तो सामने आया कि सीकर जिले के पांच हजार से अधिक परिवारों ने इस कंपनी में निवेश कर रखा था। सूत्रों के अनुसार लक्ष्मणगढ़, धोद व पिपराली ब्लॉक के लोगों के सबसे ज्यादा निवेश की बात सामने आई है। लक्ष्मणगढ़ व पिपराली ब्लॉक के चार से पांच गांव तो ऐसे है जहां के 65 से 70 फीसदी ग्रामीणों ने इस कंपनी में निवेश किया था। पीड़ितों से बातचीत में बताया कि अकेले सीकर जिले के लोगों ने इस कंपनी में एक हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया था।
पीड़ितों का दर्द: किसी ने बेटी की शादी तो किसी ने बच्चों की पढ़ाई के लिए निवेश
केस दो: उधार लेकर किया निवेश
सीकर निवासी अंकित (बदला हुआ नाम) ने बताया कि बेटी अगले साल बारहवीं पास कर लेती। इसलिए इस साल निवेश के जरिए मुनाफे की योजना बनाई। उन्होंने ब्याज पर पैसा लेकर कंपनी में लगभग एक लाख रुपए का निवेश किया। उन्होंने बताया कि यदि कंपनी ने पूरा पैसा वापस नहीं लौटाया तो ब्याज चुकाना भी मुश्किल हो जाएगा।
केस एक: पूरा परिवार तनाव में है
सीकर निवासी राजेन्द्र सिंह (बदला हुआ नाम) ने बताया कि बेटी की शादी अगले साल शादी करने वाले थे। सोचा कि कंपनी में निवेश पर अच्छा मुनाफा मिल रहा है इसलिए परिचित और मित्रों से पुराने पैसे लेकर निवेश कर दिया।। इस सप्ताह पैसा नहीं आया और अफवाहों से पूरा परिवार तनाव में है।
गौरव सेनानी, शिक्षक, किसान व मजदूरों के फंसे है पैसे
कंपनी में सीकर जिले के सैकड़ों गौरव सेनानी, शिक्षक, किसान, व्यापारी व मजदूरों के काफी संख्या मे निवेश किया था। कंपनी की ओर से सीकर जिले में पिछले साल में कई सेमीनार की गई। इसके बाद लोगों में इस कंपनी के प्रति काफी क्रेज बढ़ा था।
Updated on:
28 Jan 2023 12:26 pm
Published on:
28 Jan 2023 12:12 pm
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