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Good News : प्रदेश के सात जिलों में बनेगी खाद्य पदार्थ जांच लैब, मौके पर होगी जांच

प्रदेश सरकार ने सात जिलों में फूड टेस्टिंग लैब बनाने की कवायद शुरू कर दी है। जिसके तहत जिलेवार एक करोड़ बीस लाख रुपए का बजट पारित हो चुका है। राष्ट्रीय स्तर की एजेंसी से स्वीकृत लैब में उपकरणों के लिए डेढ़ करोड़ से ज्यादा का अलग से बजट दिया जाएगा। प्रत्येक लैब के लिए दस पद स्वीकृत होंगे।

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Good News : प्रदेश के सात जिलों में बनेगी खाद्य पदार्थ जांच लैब, मौके पर होगी जांच

Good News : प्रदेश के सात जिलों में बनेगी खाद्य पदार्थ जांच लैब, मौके पर होगी जांच

Food testing Lab News : मिलावटी खाद्य पदार्थ की समस्या से जूझ रहे प्रदेश के लोगों के लिए अच्छी खबर है कि मिलावट की आशंका वाले खाद्य पदार्थ की जांच फौरन करवाई जा सकेगी। इसके लिए प्रदेश सरकार ने सात जिलों में फूड टेस्टिंग लैब बनाने की कवायद शुरू कर दी है। जिसके तहत सीकर में स्वास्थ्य भवन में जगह तय कर दी गई। सीकर में लैब भवन के लिए एक करोड़ बीस लाख रुपए का बजट पारित हो चुका है। कार्यस्वीकृति का आदेश जारी हो गया और इस सप्ताह से फूड लैब के भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा। अच्छी बात है कि राष्ट्रीय स्तर की एजेंसी से स्वीकृत इस लैब में उपकरणों के लिए डेढ़ करोड़ से ज्यादा का अलग से बजट दिया जाएगा। प्रत्येक लैब के लिए दस पद स्वीकृत होंगे। जिनमें एक खाद़य विश्लेषक, कनिष्ठ विश्लेषक, तकनीकी सदस्य प्रयोगशाला सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल है। सबकुछ ठीक रहा तो जिले में लैब खुलने के बाद खाद्य पदार्थों की सेम्पल जांच के लिए जयपुर नहीं भेजा जाएगा। जिस कारण न केवल समय पर जांच की रिपोर्ट मिल जाएगी। वहीं मिलावट के दोषी पर समय रहते ही कार्रवाई हो पाएगी। गौरतलब है कि सीकर जिले के कल्याण अस्पताल में पूर्व में फूड लैब चलती थी लेकिन उसे बंद कर दिया गया। इसके बाद से सैम्पल को जांच के लिए जयपुर भेजा जाने लगा। जिससे समय पर रिपोर्ट नहीं आने तक मिलावटी माल खप जाता है।

यूं होगा फायदा
खाद्य पदार्थों के सेम्पल की जांच फिलहाल जयपुर की लैब में की जाती है लेकिन जयपुर की लैब में अन्य जिलों के सैम्पल आने के कारण जांच रिपोर्ट देरी से आती है। वहां स्टाफ भी लगाया जा चुका है लेकिन उपकरणों के नहीं आने के कारण सेम्पल जांच शुरू नहीं हो सकी है। सीकर जिला मुख्यालय पर फूड लैब शुरू होने पर सेम्पल की जांच रिपोर्ट फौरन मिल जाएगी। साथ ही निगेटिव रिपोर्ट मिलने पर फौरन कार्रवाई हो सकेगी। जिससे आम आदमी को सीधे तौर पर फायदा होगा। वहीं आमजन को मिलावटी खाद्य पदार्थ नहीं खाने पडेंगे।

इनका कहना है
सीकर जिले की फूड लैब् के लिए कार्य स्वीकृति के आदेश हो गए हैं। राष्ट्रीय मानकों के अनुसार बनने वाली फूड लैब में सैम्पल की जांच रिपोर्ट फौरन मिल सकेगी। जिससे संबंधित व्यक्ति और माल पर कार्रवाई हो सकेगी।
रतन गोदारा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सीकर