महिमा एम्स, नई दिल्ली में प्रवेश लेकर प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहती हैं
सीकर.
लक्ष्मणगढ़ के हरसावा गांव निवासी छात्रा महिमा नेहरा ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में बायोलॉजी में 98.20 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। महिमा नीटक्रेक कर एम्स नई दिल्ली में प्रवेश लेकर प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहती हैं। महिमा के पिता बिजेंद्र नेहरा व्याख्याता और माता दिव्या भारती गृहिणी हैं। महिमा अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को देती हैं। महिमा ने बताया कि वह पहले एक लक्ष्य तय करती है और उसी पर चलते हुए उसे पूरा करने का कार्य करती है। अब उसका लक्ष्य नीट में श्रेष्ठ स्कोर कर एम्स में प्रवेश लेना है।
महिमा नेहरा ने बताया कि क्लास व डाउट के अलावा हर दिन घर पर छह घंटे सेल्फ स्टडी की। महिमा का कहना है कि उसने सोशल मीडिया, टीवी, मोबाइल से दूरी बनाए रखी और अपने गुरुजनों पर विश्वास कर तैयारी की। वे अपने जूनियर्स को मैसेज देना चाहती हैं कि पढ़ाई में निरंतरता महत्वपूर्ण है, तभी विद्यार्थी का कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ता है। गोल डिसाइड कर स्टडी करें और फेल्योर से सीखें जिससे आपको कभी किसी भी क्षेत्र में पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ेगा।
पिता बोले सेल्फ मोटिवेट है महिमा-
महिमा के पिता बिजेंद्र नेहरा ने बताया कि उनकी बेटी महिमा सेल्फ मोटिवेट है और अभी स्वयं ही ऑनलाइन क्लास लेने के साथ नीट की तैयारी कर रही है। महिमा के 10वीं बोर्ड में 94 प्रतिशत अंक आए थे, इसके बाद उसने और अधिक मेहनत की। महिमा पढ़ाई के साथ ही खेलकूद में भी अव्वल है। यही नहीं वह परिवार का भी ध्यान रखती है। हरसावा गांव के ग्रामीणों व परिवार के लोगों का कहना है कि महिमा ने हमारे गांव का नाम प्रदेशभर में रोशन किया है। साथ ही बेटियों को पढ़ने और आगे बढ़ने का संदेश दिया है।