
सीकर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने उद्योग नगर थाने के हैडकांस्टेबल बनवारी लाल को पांच हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। बनवारी ने किसी परिवाद के मामले में कार्रवाई व मुकदमा दर्ज नहीं करने की एवज में यह घूस मांगी थी। उसने थाने में ही ये पैसे लिए थे।
एसीबी के इंसपेक्टर महेंद्र सिंह ने बताया कि भादवासी निवासी श्रवण कुमार के खिलाफ मुन्नी देवी नाम की महिला ने उद्योग नगर थाने में परिवाद दिया था कि उसने उसके पति की गाड़ी व 70 हजार रुपए छीन लिए। इस परिवाद की जांच थाने का हैड कांस्टेबल बनवारी लाल कर रहा था।
बनवारी लाल ने श्रवण कुमार को धमकी दी कि वह उसके खिलाफ आए परिवाद की जांच कर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करेगा और उसे गिरफ्तार करेगा। ऐसा नहीं करने की एवज में उसने श्रवण कुमार से पांच हजार रुपए की घूस मांगी। श्रवण ने इसकी सूचना एसीबी को दे दी। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया तो उसने पैसे मांग लिए। इस पर एसीबी ने उसे थाने में ही रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसएचओ ने बिना रिकॉर्ड में चढाए ही दे दिया जांच के लिए
श्रवण कुमार के खिलाफ उद्योग नगर थाने में दो सितंबर को परिवाद दिया गया था। उसी दिन तत्कालीन एसएचओ ने उसे जांच के लिए बनवारी को आदेशित कर दिया। खास बात यह है कि यह परिवाद थाने के रिकॉर्ड में कहीं भी दर्ज नहीं है। इसके बाद भी दो महीने तक बनवारी उसकी जांच करता रहा और पैसे भी मांग लिए। बड़ा सवाल यह है कि तत्कालीन थानाधिकारी ने बिना रिकॉर्ड में लिए ही उसे परिवाद जांच के लिए क्यों दे दिया।
एक ही दिन में कार्रवाई कर दी एसीबी ने
श्रवण कुमार ने मंगलवार को ही एसीबी में सूचना दी थी कि बनवारी उससे पांच हजार रुपए की घूस मांग रहा है। मंगलवार को ही एसीबी ने शिकायत का सत्यापन करवाया तो सही निकली। शाम को एसीबी ने श्रवण कुमार को बनवारी लाल को पांच हजार रुपए देने के लिए भेजा। बनवारी ने थाने में ही पैसे लिए। तभी एसीबी टीम ने दबिश देकर उसे दबोच लिया।
Published on:
24 Oct 2017 08:57 pm
बड़ी खबरें
View Allसीकर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
