
सीकर.
नेहरू उद्यान स्थित जनाना अस्पताल का सियासी खींचतान के बीच शनिवार को उद्घाटन होगा। आधी-अधूरी तैयारियों के कारण अस्पताल अब भी कई सुविधाओं से मोहताज है। चिकित्सकों की कमी और स्टॉफ को लगाने के लिए जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी बैठकों में दावे तो करते हैं लेकिन हकीकत यह है कि अस्पताल में सोनोग्राफी गायनिक चिकित्सक करते हैं जबकि एसके अस्पताल फील्ड में सोनोलॉजिस्ट पद की तुलना में ज्यादा है। खास बात यह है कि जनाना अस्पताल का श्रेय लेने के लिए जनप्रतिनिधि विरोध प्रदर्शन भी कर चुके हैं। गौरतलब है कि दो माह पहले जनाना अस्पताल विधिवत रूप से एसके अस्पताल से शिफ्ट होकर शुरू भी हो चुका है। इस अवधि के दौरान साढे आठ सौ से ज्यादा प्रसव व 250 ऑपरेशन हो चुके हैं।
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इनकी भी कमी : अस्पताल के पास खुद की एम्बुलेंस तक नहीं है। अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में कोर्टरी, मल्टी पैरा जैसी जरूरी मशीन तक नहीं है। एक ट्यूबवैल के भरोसे जलापूर्ति होती है। आपात स्थिति से बचाव के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम तो लगा दिया लेकिन पानी का होद अब तक खाली है। एेसे में एक दिन बिजली नहंीं आने पर पानी की आपूर्ति भी भगवान भरोसे ही है। जनाना अस्पताल में लॉन्ड्री बनाने के लिए कोई प्रावधान नहीं है एेसे में एसके अस्पताल से कपडे व उपकरण की सफाई होती है।
यह है चुनौतियां
16 करोड़ की लागत से बने 100 बैड के अस्पताल में महज 30 बैड का नर्सिंग स्टॉफ व चिकित्सक है। अस्पताल के शुरू होने से पहले चिकित्सा विभाग ने फील्ड से चिकित्सक व नर्सिंग स्टॉफ लगाने के आदेश दिए थे। आदेश के बाद भी केवल तीन चिकित्सकों ने ही जनाना अस्पताल में ज्वाइन किया। रोजाना 250 मरीजों का आउटडोर व 165 भर्ती मरीजों पर केवल आठ चिकित्सक व चार दर्जन नर्सिंग स्टॉफ है। सूत्रों के अनुसार स्टॉफ को लगाने की बात तो हर बार की जाती है लेकिन हाल यह है कि जिस चिकित्सक व स्टॉफ को जनाना में भेजने की बात की जाती है उसके लिए अधिकारी या जनप्रतिनिधि ही मना कर देते हैं। एेसे में यह आदेश कागजों में ही सिमट कर रह जाता है।
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प्रभारी मंत्री करेंगे उद्घाटन
प्रभारी मंत्री राजकुमार रिणवा के मुख्य आतिथ्य में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री बंशीधर बाजिया शनिवार दोपहर एक बजे मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केन्द्र का लोकार्पण करेंगे। पीएमओ डॉ एसके शर्मा ने बताया कि समारोह की अध्यक्षता राज्य सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर करेंगे। समारोह के विशिष्ट अतिथि सीकर विधायक रतनलाल जलधारी, जिला प्रमुख अपर्णा रोलन आदि रहेंगे।
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सामने आई गुटबाजी
जनाना अस्पताल की स्वीकृति कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई थी। उस दौरान मुख्यमंत्री व काबिना मंत्री राजेन्द्र पारीक ने जनाना अस्पताल का शिलान्यास किया। 31 मई 2017 को जनाना अस्पताल शुरू कर दिया गया। पांच अगस्त को एसके अस्पताल से एसीडब्ल्यूसी विंग को पूरी तरह शिफ्ट कर दिया गया। जनाना अस्पताल के उद्घाटन को लेकर पहले भाजपा नेताओं ने समय नहीं दिया। जब समय दिया तो सांसद व विधायक झाबर सिंह खर्रा गुट से दूरी बना ली है।
Published on:
04 Aug 2017 04:07 pm
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