- मृतक धमेंद्र धायल ने सुसाइड नोट में आरोपी श्रीराम खीचड़ का नाम लिखा - मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई था, उसके दो बेटा-बेटी हैं
सीकर. फाइनेंस और इंश्योरेंस एजेंट धमेंद्र ने अपने साथ हुई 95 लाख रुपए की धोखाधड़ी के कारण अपने कमरे में रस्सी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार श्रीराम खीचड़ है। उसने आर्थिक तंगी में होने के चलते आत्महत्या की। धोद विधायक, परिजन व ग्रामीणों ने दोपहर ढाई बजे श्री कल्याण हॉस्पिटल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। हालांकि एक घंटे बाद पुलिस से समझाइश हो गई और परिजन पोस्टमार्टम करवा शव ले गए।
सदर थाना पुलिस ने बताया कि सांवलोदा धायलान निवासी धर्मेंद्र धायल 35 वर्ष कमरे में फंदे पर लटका मिला। मृतक के पिता भागीरथ मल ने थाना में मामला दर्ज करवाया है। परिजन धमेंद्र को फंदे से उतारकर तुरंत अस्पताल ले जाया गए लेकिन उसे बचा नहीं सके। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के सुसाइड नोट में लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार श्रीराम खीचड़ पुत्र प्रतापसिंह खीचड़ निवासी माजीपुरा, पलसाना है। इस आदमी ने उसे बहकाकर 90-95 लाख रुपए के नीचे दे दिया है। सत्यता के लिए आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, सीकर के दो अकाउंट का पिछले 3-4 साल का सारा लेनदेन चैक कर सकते हैं। बाकी किसी की कोई गलती नहीं है। सदर थानाधिकारी इंद्रराज मरोड़िया ने बताया आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। सुसाइड नोट के आधार पर खातों की डिटेल खंगालेंगे। उन्होंने धरना दे रहे परिजनों व ग्रामीणों को दो दिन में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
तीन बहनों का इकलौता भाई-
पिता भागीरथ मल का आरोप है कि श्रीराम खीचड़ ने धोखाधड़ी करके धर्मेंद्र से 90 से 95 लाख रुपए ले लिए। धोखाधड़ी के कारण धर्मेंद्र आर्थिक तंगी में होने के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हो गया। धर्मेंद्र एक बेटे और एक बेटी है। वह तीन बहनों का इकलौता भाई था। परिवार खेती-बाड़ी कर अपना गुजारा चला रहा है। श्रीराम खीचड़ और उसके साथी पहले भी कई बार धर्मेंद्र के घर आते थे। धोद विधायक गोरधन वर्मा ने कहा कि धर्मेंद्र के साथ फ्रॉड हुआ। विधायक ने कहा कि दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए, किसी के साथ भी अन्याय नहीं होना चाहिए।