
सीकर. वर्ष 2017 के सीकर किसान आंदोलन का दूसरा पार्ट देखने को मिलेगा, जो किसान आंदोलन 2018 होगा। इस बार किसानों के निशाने पर राज्य सरकार ही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी होंगे। वर्ष 2017 में 13 दिन तक सीकर में आंदोलन करके किसानों ने राज्य सरकार को झुकने और समझौता करने पर मजबूर कर दिया था।
अब फिर से ये किसान सरकार से आमने-सामने की लड़ाई को तैयार हो रहे हैं। इसकी वजह यह है कि एक सितम्बर से 13 सितम्बर तक चले सीकर किसान आंदोलन के दौरान राजस्थान सरकार ने 50 हजार तक का कर्ज माफी का समझौता किया था, उसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।
किसान राजधानी में करेंगे कूच
गुरुवार को माकपा कार्यालय सीकर में पत्रकारों से वार्ता के दौरान अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष व पूर्व विधायक अमराराम ने कहा कि सीकर आंदोलन फिर से होगा। इसकी तैयारियां की जा रही है। शुरुआती चरण में फरवरी 2018 तक सीकर में विभिन्न जगहों पर आंदोलन करेंगे। इसके बाद किसान जयपुर कूच करेंगे। इस बार जयपुर में ऐतिहासिक आंदोलन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
सरकार को चबाएंगे नाको चने
किसान नेता अमराराम ने कहा किसान आंदोलन 2018 में राज्य सरकार को नाको चने चबाएंगे। राज्य की भाजपा सरकार ने किसानों, बेरोजगारों और आम जनता से किए कोई वादे पूरे नहीं किए। यह सिर्फ वादा खिलाफी वाली सरकार है।
पीएम नरेंद्र मोदी को घेरेंगे किसान
अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष अमराराम ने कहा कि राजस्थान की भाजपा सरकार की तरह केन्द्र की मोदी सरकार ने ढेरों वादे किए थे, जो आज तक हकीकत नहीं बन पाए। ऐसे में देशभर के किसान राजस्थान सरकार की तरह मोदी सरकार को भी घेरेगी। जिसकी रणनीति आगामी दिनों में तय करेंगे। इसमें सीकर के किसानों के साथ-साथ देशभर के किसानों का योगदान रहेगा।
Updated on:
15 Dec 2017 02:17 pm
Published on:
15 Dec 2017 02:09 pm
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