
Khatushyamji Train: धार्मिक नगरी खाटूधाम में देश-विदेश से आने वाले श्याम प्रेमियों के लिए रींगस-खाटूश्यामजी के लिए रेल चलाने का केन्द्र सरकार की ओर से दिखाया सपना सियासत और जमीन आवप्ति में हुए भारी विरोध के चलते अभी दूर नजर आ रहा है।
यहां केन्द्र सरकार की ओर से पिछले साल मार्च माह में 254.06 करोड़ रूपए का बजट पास कर रींगस से खाटूश्यामजी के बीच 17.9 किमी की नई रेल लाइन बिछाने की मंजूरी दी थी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी मई-जून 2026 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर मार्ग पर रेल चलाने का दावा किया था। लेकिन, भूमि अवाप्ति का विवाद ऐसा गहराया कि खाटूश्यामजी तक की रेल के सपने पर बीच में ही ब्रेक लग गया।
रींगस- खाटूश्यामजी रेलवे लाइन के लिए बजट जारी होने के बाद से एकबारगी तो काम ने गति पकड़ी। सर्वे के साथ उत्तर पश्चिमी रेलवे विभाग की 8 अगस्त 2023 की अधिसूचना के बाद प्रशासन ने भूमि आवप्ति को लेकर रास्ते में आने वाली नगरपालिका व ग्राम पंचायतों की बैठक कर भूमी मालिकों को सार्वजनिक नोटिस जारी कराए थे।
प्रस्तावित मार्ग पर रेलवे विभाग ने लाल झंडिया भी लगा दी थी। पर इसके साथ ही काश्तगारों ने रेल विभाग पर राजनीतिक व भूमाफियाओं के दबाव में रेलवे लाइन की जगह बदलने का आरोप लगाते हुए भारी विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है। ऐसे में खाटूश्यामजी तक रेल से सीधे व सुविधाजनक सफर का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं में मायूसी गहरा रही है।
गौरतलब है की रेलवे ने खाटूश्यामजी में लामिया रोड पर चारण मैदान के पास रेलवे स्टेशन बनाना तय किया था। रेलवे अधिकारियों ने यहां श्याम मंदिर की तर्ज पर हाइटेक व मॉडल स्टेशन बनाने का दावा भी किया था। लेकिन, अब तक रेल का मार्ग ही तय नहीं होने पर जून 2026 तक रींगस- खाटूश्यामजी मार्ग पर रेल चलाने का रेल मंत्री का वादा भी बेपटरी होता नजर आ रहा है।
अभी प्रोजेक्ट रिपोर्ट बन रही है। पूरा काम कब तक होगा इसके बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते।
कैप्टन शशि किरण, उत्तर पश्चिमी रेलवे
बोर्ड से जो कार्य स्वीकृत हुआ है, वह जरूर होगा। इसमें कोई बदलाव भी नहीं होगा। काम को लेकर लोगों को केवल गुमराह किया जा रहा है। श्याम भक्तों और क्षेत्रवासियों की रेलगाड़ी की आस जरूर पूरी होगी।
अमराराम, सांसद, सीकर
मैं अभी सरकार का हिस्सा नहीं हूं। फिर यह जरूर कह सकता हूं कि मोदी सरकार ने जो गारंटी दी है वह जरूर पूरी होगी। काम में समय लगता है, मगर वह जरूर पूरा होगा।
सुमेधानंद सरस्वती , पूर्व सांसद, सीकर
रेलवे बोर्ड ने भूमि आवप्ति को लेकर हमें जो निर्देश दिए थे वह हमने पूरे कर दिए है, आगे का काम रेल विभाग का है।
ब्रिजेश अग्रवाल, एसडीएम, खंडेला
Updated on:
06 Jan 2025 11:16 am
Published on:
06 Jan 2025 10:52 am
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