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Lumpy virus: राजस्थान में यहां लंपी वायरस से 200 गायों की मौत

सीकर/खंडेला. खंडेला इलाके में लंपी संक्रमण का कहर इस कदर जारी है कि वायरस से अब तक 200 से भी अधिक गायों की मौत हो चुकी है और हजारों गाये संक्रमित हैं।

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सीकर

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Mukesh Kumawat

Aug 29, 2022

Lumpy virus: राजस्थान में यहां लंपी वायरस से 200 गायों की मौत

Lumpy virus: राजस्थान में यहां लंपी वायरस से 200 गायों की मौत

सीकर/खंडेला. खंडेला इलाके में लंपी संक्रमण का कहर इस कदर जारी है कि वायरस से अब तक 200 से भी अधिक गायों की मौत हो चुकी है और हजारों गाये संक्रमित हैं। अगर हर ग्राम पंचायत में क्वॉरेंटाइन सेंटर खोल दिए तो संक्रमण से कुछ हद तक लगाम लगाई जा सकती है। उधर पशुपालन चिकित्सा विभाग भी ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इससे लोगों में आक्रोश है। पशुपालन चिकित्सा विभाग के आंकड़े और धरातल पर गायों की मौतों व संक्रमण में दिन रात का अंतर है। पशुपालन चिकित्सा विभाग की ओर से ब्लॉक में लंपी संक्रमण से 83 गायों की मौतें तथा 1686 संक्रमित बता रहे हैं जबकि कई गांव में तो 50 से 60 गायों की इस संक्रमण से मौत हो चुकी है और सैकड़ों गाये संक्रमित हैं।

संक्रमित गायों की मौत के बाद कुछ लोग तो उन्हें गड्ढा करके गढ़वा रहे हैं तो कुछ उन्हें खुले में ही डाल रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा और बढ़ रहा है। लंपी बीमारी से कोटड़ी लुहारवास, पनिहारवास, रामपुरा सहित आसपास के गांवों सहित कस्बे में आवारा घूम रही सैकड़ों गायों की मौत हो गई है। करमेती बाई गौ सेवा समिति की ओर से संक्रमित गायों के लिए क्वारंटाइन सेंटर खोला गया है। संस्था के सदस्य पीड़ित गायों की देखभाल कर रहे हैं और कस्बे सहित आसपास के मृत गायों को अपनी एम्बुलेंस से लाकर गड्ढा करके दफना रहे हैं। पशु चिकित्सा नोडल अधिकारी डॉ. रमेश सबलानिया ने बताया कि लंपी से ग्रस्त गायों के लिए दवाइयों का पूरा स्टॉक है। सूचना मिलते ही मौके पर चिकित्सालय का स्टाफ पहुंचता है और बीमारी से ग्रस्त गायों को दवाई व इंजेक्शन दिए जा रहे हैं। आसपास की गौशालाओं में रह रही गायों की स्थिति अच्छी है। अगर हर ग्राम पंचायत पर संक्रमित गायों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर खोल दिया जाए तो इस लंपी वायरस से अधिक से अधिक गायों को बचाया जा सकता है।

167 गांव में से 119 गांव में लंपी का कहर

पशुपालन चिकित्सा चिकित्सा विभाग ने अवगत करवाया है कि खंडेला ब्लॉक के 167 गांव में से 119 गांव में लंपी वायरस का संक्रमण पहुंच गया है, जिसमें 1260 पालतू गाये, 254 निराश्रित गाये व 172 गौशाला की गाये संक्रमित हैं।

पशुपालन चिकित्सा विभाग के आंकड़े

पशुपालन चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार खंडेला ब्लॉक में लंपी वायरस के संक्रमण से 83 गायों की मौत तथा 1686 गायों को संक्रमित बता रहे हैं। जबकि सूत्रों के अनुसार रामपुरा ग्राम पंचायत में 50 से अधिक गायों की मौत, पनिहारवास में भी 50 से अधिक गायों की मौत व 500 के करीब गाय संक्रमित, दायरा में 20 गायों की मौत ओर करीब 20 गाये संक्रमित, कोटड़ी लुहारवास में करीब 20 गायों की मौत तथा 40 के करीब संक्रमित गाये, ढाणी गुमानसिंह में 4 गायों की मौत तथा 15 गाये संक्रमित है।

लंपी बीमारी से गायों के बचाव में जुटे हैं ढाणी चारण के युवा

नेछवा. ढाणी चारण गांव के युवा लंपी बीमारी से जूझ रही गायों की सेवा में लगे हैं। गौसेवक नवल बाईसा ने बताया कि गांव में स्थित गौशाला में विक्रम सिंह, बलवीर, महेन्द्र सिंह, ओम सिंह, उमा कंवर आदि ने अलग-अलग टोलियां बनाई है। दिन में संक्रमित गौवंश की पहचान कर आइसोलेशन वार्ड में लाया जाता है। बाद में उसके चारे व पानी की व्यवस्था कर दवा देने का काम करते है। ढाणी चारण, रामसिंहपुरा, जालू, मानासी गोडान, ढाणी मंगलदास समेत आसपास के गांवों से गोवंश के लिए दवा की व्यवस्था करवाकर लोगों को भी जागरूक कर रहे है। दानदाताओं के सहयोग से दवाई, चारा, पोष्टिक आहार व लाने-ले जाने की व्यवस्था की जा रही है। गांव के नानू राम खिलेरी ने पौने दो लाख रुपए का सहयोग गोसेवार्थ किया। किरण गढ़वाल ने दवाइयों के लिए ग्यारह हजार तथा परमेश्वर डूडी ने इक्यावन हजार रुपए भेंट किए। गौवंश की बीमारी के लिये प्रशासन से मिल रहे सहयोग ऊंट के मुंह में जीरे के समान साबित हो रहे हैं। गौसेवक नवल बाईसा ने सरकार से गौवंश की रक्षार्थ व्यापक व्यवस्थाओं की मांग की है।