शिक्षानगरी सीकर के डेढ़ साल से अटके मास्टर प्लान पर आखिरकार सरकार की पूरी तरह मुहर लग गई है। इस मामले में नगरीय विकास विभाग के शासन उप सचिव ने मुख्य नगर नियोजक को पत्र लिखा है। अब विभाग की ओर से 25 जून को सीकर के मास्टर प्लान का प्रारूप प्रकाशन करने का दावा किया जा रहा है। मास्टर प्लान के प्रारूप का प्रकाशन होने के बाद आमजन से आपत्ति मांगी जाएगी।
ऐसे में संभावना है कि अगस्त से मास्टर प्लान पूरी तरह लागू हो सकेगा। मास्टर प्लान में बड़े स्तर पर दो बदलाव ही सामने आने की उम्मीद है। मास्टर प्लान जारी होने से पिछले कई महीनों से रियल एस्टेट सेक्टर के गिरते कारोबार को बूस्टर डोज मिल सकेगा। वहीं आमजन की पट्टे की उम्मीदें भी पूरी हो सकेगी। यूआइटी से अनुमोदित आवासीय कॉलोनियों की संख्या में इजाफा हो सकेगा।
मास्टर प्लान में 50 गांव-ढाणियों को सीकर नगरीय सीमा में शामिल करने का प्रस्ताव है। इसमें सबलपुरा, भैरूपुरा, कुड़ली, शिवसिंहपुरा, हरदयालपुरा, नानी, चंदपुरा, बजाज नगर, खीचड़ों का बास, गोकुलपुरा, ढासा की ढाणी, रामू का बास, पालवास, रामपुरा, पुरां की ढाणी, घोराणा, चारण का बास, आसपुरा, भढाडर, झीगर छोटी, शास्त्री नगर, बाजौर, दुजोद, हर्ष, देवगढ़, हीरामल नगर, ढाका की ढाणी, जगमालपुरा, भादवासी, कटराथल, दादली, समर्थपुरा, राधाकिशनपुरा, दुला की ढाणी, ढाणी नाथावतान, ढाणी सालिम सिंह, देवीपुरा, कंवरपुरा, संतोषपुरा, बालाजी भैरूजी नगर, नला का बालाजी, देवलानाड़ा, बलरामपुरा, चैलासी, किरडोली, झीगर बड़ी, मलकेड़ा व पीपल्यानगर आदि शामिल है।
Published on:
24 Jun 2025 12:31 pm