
VIDEO: विधायक पारीक और सभापति जीवण खां ने मिलकर किया 100 करोड़ से ज्यादा का घोटाला: तिवाड़ी
सीकर. एबीवीपी के पूर्व प्रांत संगठन मंत्री अर्जुन तिवाड़ी ने विधायक राजेंद्र पारीक व नगर परिषद सभापति जीवण खां पर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप लगाए हैं। तिवाड़ी ने प्रेसवार्ता कर नेहरु पार्क, मास्टर प्लान, हकीम खां दरगाह दरवाजे सहित विभिन्न कार्यों में दोनों पर मिलीभगत कर 100 करोड़ से ज्यादा का घोटाला करने का आरोप लगाया। दो पीडि़तों के साथ शेखपुरा मोहल्ले स्थित विवाह स्थल में आयोजित प्रेसवार्ता में तिवाड़ी ने कहा कि नेहरु पार्क में 2019 से अब तक 5 करोड़ 23 लाख 65 हजार रुपए खर्च किए गए हैं। जिसमें चार दीवारी के नाम पर ही 1 करोड़ 80 लाख रुपए का बजट खर्च कर दिया गया। जबकि पारदर्शिता से काम होने पर इसकी आधी राशि भी नहीं लगती। तंज कसा कि प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की नई प्रतिमा के लिए उनकी संगमरमर की पुरानी मूर्ति हटाकर विधायक व सभापति ने अपने नेता तक को बेच दिया। बोले, नेहरु पार्क से मूली देवी के घर तक 24.22 लाख रुपए का निर्माण होना था, जिसके भी पूरी राशि डकार ली गई। आरोप लगाया कि 1.95 करोड़ की लागत से हकीम खां की दरगाह का गेट बनाने में भी करीब 1 करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है। वहीं, चहेतों को लाभ देने के लिए हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ मास्टर प्लान में भी बदलाव कर दिया। बोले, मास्टर प्लान के तहत फतेहपुर रोड पर खसरा न. 33 व 34 में 2.4500 हेक्टेयर भूमि अधिगृहित हुईं, जिसमे 1.3720 हेक्टर भूमी बस स्टेंड टर्मिनल के लिए आवंटित की गई। पर बाद सभापति और विधायक ने झूठे तथ्य पेश कर नगर नियोजन विभाग को गुमराह कर मास्टर प्लान ही बदल प्रस्तावित टर्मिनल की जमीन ही बेच दी। फतेहपुर रोड से प्रस्तावित रिंग रोड भी बदल दी। तिवाड़ी ने कहा कि वे शहर के सौंदर्यीकरण, नवलगढ़ रोड पर जलभराव, नानी गांव में पानी की निकासी व सोढाणी फार्म हाउस के मुद्दे पर भी जल्द प्रेसवार्ता कर बड़े घोटाले का पर्दाफाश करेंगे।
रिटायर्ड फौजी ने दी आत्महत्या की धमकी
इधर, शहर के मास्टर प्लान में बदलाव को लेकर जगमालपुरा के रिटायर्ड फौजी लक्ष्मणसिंह ने आत्महत्या की धमकी दी है। प्रेसवार्ता में उन्होंने बताया कि 2013 के मास्टर प्लान में मनमर्जी से बदलाव के बाद उन्हें बिना वार्ता पिछले साल अक्टूबर महीने में अचानक मुआवजा लेकर जमीन छोडऩे का नोटिस दे दिया। ऐसे में उनके चार मकान व 23 बीघा जमीन पर संकट आ गया है। जिसे लेकर कलक्टर व यूआईटी सचिव से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। भरी आंखों व लडखड़़ाती आवाज में कहा कि अब तो परिवार को आत्महत्या के अलावा दूसरा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। इसी तरह भादवासी निवासी मदन फगेडिय़ा ने भी नए प्लान में जमीन का नुकसान होने की बात कहते हुए गंभीर कदम उठाने की चेतावनी दी है।
Published on:
23 Jun 2023 05:37 pm
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