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चूना बाबा के चार दिवसीय मेले में पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई धोक

इस बार बाबा की समाधि पर सेवादार 65 वर्षीय आशाराम धानिया बने

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सीकर.रूल्याणी में श्री चूना बाबा का चार दिवसीय मेला बाबा के पुजारी की रश्म के साथ सम्पन्न हुआ। श्री चूना बाबा ने आशोज की दूज को जीवित समाधि ली थी, तब से गांव में लगातार बाबा की समाधि पर मेला भरता है। श्री चूना बाबा लादूदास महाराज के शिष्य होने के साथ ही जाहरवीर गोगा पीर के परम भक्त थे। गांव के युवाओं ने समस्त व्यवस्थाओं को संभाला। मेला में 1422 अस्थाई स्टाल के साथ ही 27 झूले लगे। मेले में मंदिर कमेटी को 9 लाख 87 हजार की आय हुई। इस बार बाबा की समाधि पर सेवादार 65 वर्षीय आशाराम धानिया बने। मेला कमेटी ओर ग्रामीणों ने आशाराम की चादर पोशी की, जो अब अगले मेले तक मंदिर में पूजा अर्चना -करेंगे।

हर प्रकार के कृषि उपकरण व सामान मिलता है -

मेले में नेपाल, दुबई एंवखाड़ी देशों के प्रवासियों सहित सम्पूर्ण देश के विभिन्न राज्यों के श्रद्धालु बाबा के धोक लगाने के लिए आए। स्टॉल्स पर कृषि औजार, कॉस्मेटिक आइटम, टेक्सटाइल, रसोई खाने- पीने की समस्त वस्तुएं एवं बच्चों का सामान उपलब्ध रहा। ग्रामीण आंचल में खेती के औजारों की खरीद के साथ महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। श्रद्धालु बाबा की समाधि पर फेरी लगाकर अपनी मन्नत मांगते है। जिन श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी हो गई वे बाबा की समाधि पर घी, दही, श्रीफल का भोग अर्पित कराते हैं।

कई राज्यों से व्यापारी आते हैं -

मेले में राजस्थान के अलावा पंजाब उत्तरप्रदेश, बिहार, बंगाल के व्यापारी भी आए। ग्राम पंचायत एवं मेला कमेटी ने सभी उच्च अधिकारियों को मेले की स्थिति के बारे में अवगत करा दिया था। लेकिन मेले में सिर्फ एक दिन ही पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। इस दौरान पुजारी प्रेमचंद, रणजीत मील, रामदेव धानिया, मनोज धानिया, कुरड़ाराम धानिया, श्रवण कुमावत, गणपत नेतड़, मोहन फौजी, रामकरण, घीसा राम, रामचंद्र, मूलचंद, महावीर, संजीत गढ़वाल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जनों ने आज मेला के व्यवस्थाओं को देखते हुए आगे के कार्यक्रमों को लेकर रूपरेखा तैयार की।

भजन संध्या व सम्मान समारोह -

ग्राम पंचायत के सरपंच मोहित पटवारी ने बताया कि विशाल भजन संध्या में प्रदेश के प्रसिद्ध भजन सम्राट गजेंद्र सिंह राव ने अपनी आध्यात्मिक ओर देश भक्ति की प्रस्तुतियों से भक्तों को झुमंने पर मजबूर कर दिया। मेला कमेटी के महेन्द्र सिंह सेवदडा़ ने बताया की रुल्याणी गांव के प्रतिभावान नागरिक जिन्होंने समाज मे विशेष कार्य किया। उन्हें सम्मानित भी किया गया। राजकीय श्री कल्याण अस्पताल, सीकर के प्लास्टिक सृजन पीआर खीचड़, स्कॉलर मनोज धानिया, डॉ सागर धानिया, डॉ सुमन खीचड़ व जिले में सामाजिक व व्यक्तिगत झगड़ों को न्यायालय में घसीटे बगैर पुन:संवाद स्थापित करवाने वाली एडवोकेट कल्पना धानिया का विशेष सम्मान किया गया।

चूना बाबा लादू दास महाराज के परम शिष्य थे -

रुल्याणी गांव के 10 जवानों ने ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेकर गांव‌ का मान बढ़ाया, मेला कमेटी ने इन जवानों को भी सम्मानित किया। विशाल एवं भव्य मेला भरा गया तीन दिन तक जारी रहा। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने धोक लगा कर बाबा से सुख समृद्धि और खुशहाली की मन्नतें मांगी। श्री चूना बाबा लादू दास महाराज के परम शिष्य होने के साथ ही जाहरवीर गोगा पीर के परम भक्त थे। तीन दिवसीय मेले में करीब सात से आठ लाख श्रद्धालु बाबा की पवित्र समाधि पर धोक लगाई। गांव के युवाओं ने स्वयंसेवक बनकर समस्त व्यवस्थाएं संभाली।