
बिजली की दरों के बाद अब सरकार ने मूल निवास व जाति प्रमाण बनवाने में भी आमजन की जेब ढीली करने का मन बना लिया है। एक अक्टूबर से मूल निवास, जाति प्रमाण पत्र बनवाना दस-दस रुपए महंगा हो जाएगा। इसका असर हर महीने प्रदेश के तीन लाख से अधिक लोगों पर पड़ेगा।
फिलहाल मूल निवास व जाति प्रमाण पत्र के लिए 30-30 रुपए चुकाने होते हैं। लेकिन एक अक्टूबर से यह राशि 40 रुपए हो जाएगी। सूत्रों का कहना है कि बिजली की बढ़ी हुई दरों के बाद ई-मित्र संचालकों ने दर बढ़ोतरी की मांग की थी। इसके बाद प्रदेश में नई दर घोषित की गई है।
पहले क्या
मूल निवास के आवेदन के समय फिलहाल 15 रुपए जमा कराने होते हैं। इसके बाद मूल निवास बनने पर प्रिंट आउट निकालते समय 15 रुपए लिए जाते हैं। यही व्यवस्था जाति प्रमाण पत्र पर भी लागू है। इस तरह मूल निवास व जाति प्रमाण पत्र के लिए कुल 30-30 रुपए लिए जाते थे।
अब क्या होगा
एक अक्टूबर से मूल निवास के आवेदन के समय 20 रुपए जमा कराने होंगे। इसी तरह प्रिंट आउट लेने पर भी पर 20 रुपए वसूले जाएंगे। यही व्यवस्था जाति प्रमाण पत्र पर भी लागू रहेगी।
इनका कहना है
पहले मूल निवास व जाति प्रमाण पत्र के लिए 30-30 रुपए देने होते थे। अब आवेदकों को 40-40 रुपए चुकाने होंगे।
मनोज गर्वा, आईटी प्रभारी, कलक्ट्रेट सीकर
Published on:
28 Sept 2016 07:14 pm
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