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मौसम बदलते ही होने लगी प्याज की खुदाई

मिठास के लिए प्रसिद्ध सीकर जिले में नए प्याज की खुदाई शुरू हो गई है। सीकर मंडी में इन दिनों रसीदपुरा, मैलासी और आस-पास के क्षेत्रों के क्षेत्रों से प्याज आने लगा है। सीकर जिले में आमतौर पर होली के आस-पास प्याज की खुदाई जोर पकड़ लेती है।

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सीकर और रसीदपुरा प्याज मंडी में आने लगा नया प्याज

सीकर और रसीदपुरा प्याज मंडी में आने लगा नया प्याज

मिठास के लिए प्रसिद्ध सीकर जिले में नए प्याज की खुदाई शुरू हो गई है। सीकर मंडी में इन दिनों रसीदपुरा, मैलासी और आस-पास के क्षेत्रों के क्षेत्रों से प्याज आने लगा है। सीकर जिले में आमतौर पर होली के आस-पास प्याज की खुदाई जोर पकड़ लेती है। जिले में इस बार अगेते प्याज की बुवाई करीब चार हजार हेक्टैयर में हुई है ऐसे में उत्पादन भी करीब चार लाख मीट्रिक टन होने के अनुमान है। प्याज का निर्यात खोलने से किसानों के प्याज के अच्छे भाव मिल जाएंगे। सीकर मंडी में इस समय स्थानीय प्याज आठ से 11 रुपए व गुजरात का प्याज 18 से 20 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। व्यापारियों के अनुसार पिछले साल की तुलना में बुवाई कम रहने के कारण मार्च और अप्रेल में प्याज के भाव ज्यादा कम नहीं होंगे।

प्याज का निर्यात बंद होने से नुकसान
कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के राज्य सचिव अमराराम ने बताया कि केन्द्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगा प्याज उत्पादक किसान को खासा नुकसान दिया है। मंडी में आवक शुरू होने के बावजूद किसानों को लागत मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है। शेखावाटी के मीठे प्याज़ की देश के अलावा खाड़ी देशों में भी मांग है लेकिन केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है, जबकि मंडियों में रोज किसान प्याज बेचने के लिए ला रहे है। ऐसे में खेती को बचाने के लिए प्याज का निर्यात खोलने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू करे।


इस बार कम बुवाई

सीकर में सर्दी के सीजन का प्याज अगस्त माह में बोया जाता है। जिले में इस बार प्याज की बुवाई कम रहने के कारण प्याज उत्पादक किसानों ने कम क्षेत्र में प्याज की बुवाई की। यहां के प्याज में पानी की मात्रा ज्यादा होने के कारण इसे सलाद के रूप में चाव से खाया जाता है। यही कारण है कि दूसरे राज्यों से भी व्यापारी स्थानीय प्याज की खरीद करने आते हैं। जिले में इस बार प्याज की बुवाई करीब 20 हजार हेक्टैयर में हुई है। प्याज की खेती से जिले के 50 हजार से ज्यादा किसान सीधे तौर पर प्याज की खेती से जुड़े हुए है।

ये बोले किसान...

सीकर मंडी में इन दिनों सांवलोदा, मैलासी क्षेत्र का प्याज आ रहा है। बार्डर खुलने की सूचना से दो दिन सीकर व गुजरात से आने वाले प्याज के भाव तेज हुए लेकिन बुधवार को सीकर मंडी में स्थानीय प्याज के थोक भाव 8 से 11 रुपए प्रतिकिलो तक बोले गए। । शुरूआती आवक को देखते हुए प्याज के भाव इस बार तेज रहने के आसार है।

देवीलाल चौधरी, थोक व्यापारी सीकर मंडी