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Reet...the government should return the fees of Level II people
90 फीसदी से अधिक बेरोजगार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए कर चुके आवेदन
रीट प्रथम लेवल को भी रद्द करने की उठी मांग
सीकर. रीट लेवल द्वितीय की परीक्षा रद्द करने के बाद भी बेरोजगारों का आक्रोश थम नहीं रहा है। बेरोजगारों ने सरकार के फैसलों पर कई सवाल भी उठाए हैं। बेरोजगारों का कहना है कि सरकार ने 32 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की आवेदन प्रक्रिया जारी रखी। अंतिम तिथि भी नौ फरवरी होने की वजह से ज्यादातर बेरोजगारों ने आवेदन कर दिए। अब सरकार ने रीट द्वितीय लेवल की परीक्षा रद्द कर नए सिरे से परीक्षा कराने का ऐलान किया है। ऐसे में सरकार को रीट के साथ भर्ती का शुल्क लौटाना चाहिए। कई बेरोजगार संगठनों की ओर से रीट 2022 में फीस नहीं लेने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। इस मामले में सरकार ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। सरकार की ओर से बोर्ड व शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा के बाद अगले सप्ताह तक इस संबंध कोई निर्णय किया जा सकता है।
सरकार की घोषणा के बाद बेरोजगारों की पीड़ा...
1. पद बढ़ोतरी का कोई फायदा नहीं, एक साथ हो भर्ती
सरकार की 62 हजार पदों की घोषणा के बाद भी रीट प्रथम लेवल के बेरोजगारों में आक्रोश है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार को रीट प्रथम लेवल के सभी पदों पर भर्ती एक साथ कराई जानी चाहिए। दो चरणों में भर्ती होने से नई रीट में भी बेरोजगारों को मजबूरी में शामिल होना पड़ेगा। बेरोजगारों ने रीट प्रथम लेवल में 25 हजार पद देने की मांग की है।
2. दो परीक्षा तो रीट को घोषित करें पात्रता
सरकार की ओर से रीट द्वितीय लेवल में चयन के लिए दो परीक्षाओं के आयोजन का तो ऐलान कर दिया है, लेकिन परीक्षाओं के पैटर्न का खुलासा नहीं किया है। बेरोजगारों का कहना है कि सरकार को रीट अब सिर्फ पात्रता परीक्षा ही माननी चाहिए।
टॉपर्स बोले- नौकरी पक्की मानकर बैठे थे, अब सभी भर्तियों की तैयारी करेंगे...
पत्रिका ने रीट परीक्षा में 130 से 140 अंक हासिल करने वाले टॉपर्स से भी बातचीत की। रीट में अच्छे अंक हासिल करने वाले सुमित, सोमेन्द्र आदि का कहना है कि ईमानदारी से परीक्षा देने वालों को रीट रद्द होने से झटका लगा है। उनका कहना है कि सरकार को दोषियों तक पहुंचना चाहिए था। अब इस मामले की सरकार को सीबीआइ से जांच करानी चाहिए। उनका कहना है कि रीट में अच्छे नंबर आने पर नौकरी पक्की मानकर चल रहे थे, लेकिन अचानक सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी। उन्होंने एमए व एमएससी में प्रवेश नहीं लिया। 135 अंक हासिल करने वाले सुमित का कहना है कि अब रीट के साथ दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की भी तैयारी करेंगे। बोले-रीट की परीक्षा से पूरा विश्वास टूट चुका है।
Published on:
08 Feb 2022 06:22 pm
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