
सीकर.
गांव के बुजुर्ग व्यक्ति को उसकी जमीन पर 1.30 लाख रुपए का लोन दिलाकर रुपए हड़प ले जाने का मामला सामने आया है। हाथ में आई रकम खोने के बाद बुजुर्ग ने न्याय के लिए पुलिस का सहारा लिया तो वहां भी उसे टरका दिया गया। बेबस बुजुर्ग की आर्थिक स्थिति पर तरस खाकर गांव के कुछ लोग उसकी मदद को आगे आए हैं और पुलिस के आला अधिकारियों से मिलकर पीडि़त को इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार बडक़ा चारणबास निवासी नाथूराम को गांव के ही एक व्यक्ति ने झांसे में लेकर उसके साथ 1.30 हजार की ठगी कर ली। ठगी के डेढ़ साल बाद भी आरोपित ने रुपए नहीं लौटाए तो पीडि़त ने उसके खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया। बुजुर्ग नाथूराम का कहना है कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है और उसके एक सात-आठ साल का इकलौता बेटा है। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण उसे मजदूरी कर बच्चे का पेट पालना पड़ रहा है। ऐसे में उसने लोन लेकर पशु खरीदने और उन्हीं के बल पर घर पर रोजगार करने की सोची। ताकि वह अपने छोटे बच्चे का ख्याल भी रख सके। आरोप है कि गांव के ही गजानंद ने इसके लिए उसकी जमीन गिरवी रखवाकर बैंक से 1.30 लाख का लोन तो दिलवा दिया था। लेकिन, पैसा बुजुर्ग के हाथ में आता। इससे पहले ही वह उसके रुपए ले उड़ा। पूछने पर बताया कि उसने काम करवाया है और थोड़े दिन बाद वह लौटा देगा। परंतु लंबे समय बाद भी उसने लोन के रुपए नहीं लौटाए हैं और अब मांगने पर जान से मारने की धमकी दे रहा है।
बैंक वाले बना रहे दबाव
नाथूराम के अनुसार लोन की रकम भी उसे नहीं मिली और जमीन भी बैंक के पास गिरवी पड़ी है। ऐसे में बैंक के कर्मचारी उसके घर आकर लोन की किश्त चुकाने का दबाव बना रहे हैं। हालात यह हैं कि बढ़ती उम्र के कारण उसे कहीं काम भी नहीं मिल रहा है और परिवार की स्थिति दयनीय होती जा रही है।
जांच पर नहीं भरोसा
आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद जांच सीओ मनस्वी चौधरी को सौंपी गई। लेकिन, उन्होंने भी प्रकरण में कोई रुचि नहीं दिखाई और बुजुर्ग नाथूराम को टालती रही। जांच पर भरोसा नहीं होने पर परिवादी के पक्ष में रुघाराम, नारायणलाल, दानाराम, नानूराम, पूर्व विधायक पेमाराम व किशनलाल पारीक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा. तेजपाल सिंह से मिलकर इस संबंध में कार्रवाई की मांग रखी है।
Published on:
09 May 2018 10:07 am
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