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सरकारी नियमानुसर वसूली जाएगी रॉयल्टी, बनी सहमति

नीमकाथाना. खनन कारोबारियों व रॉयल्टी ठेकेदार में बुधवार को आखिरकार समझौता हो गया। 14 दिनों से चल रही खनन कारोबारियों की हड़ताल समाप्त होने के बाद कर्मचारी व मजदूर कार्य पर लौट आए है।

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सीकर

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Mukesh Kumawat

Jan 11, 2024

सरकारी नियमानुसर वसूली जाएगी रॉयल्टी, बनी सहमति

सरकारी नियमानुसर वसूली जाएगी रॉयल्टी, बनी सहमति

नीमकाथाना. खनन कारोबारियों व रॉयल्टी ठेकेदार में बुधवार को आखिरकार समझौता हो गया। 14 दिनों से चल रही खनन कारोबारियों की हड़ताल समाप्त होने के बाद कर्मचारी व मजदूर कार्य पर लौट आए है। गौरतलब है कि सरकारी नियमानुसार रॉयल्टी नहीं लेने के विरोध में माईनिंग एंड क्रेशर वेलफेयर सेवा समिति के बैनर तले खनन कारोबारी 28 दिसंबर से हड़ताल पर चल रहे थे। ऐसे में कार्य बंद होने से कर्मचारियों व मजदूरों की रोजी रोटी पर संकट आना शुरू हो गया था। वही हड़ताल के दौरान समिति की ओर से जिला कलक्टर श्रुति भारद्वाज को ज्ञापन भी दिया गया। इसी बीच बुधवार को औद्योगिक क्षेत्र में समिति अध्यक्ष सुंदरमल सैनी व उपाध्यक्ष महेन्द्र गोयल की अध्यक्षता में खनन कारोबारियों की मीटिंग हुई, जिसमें सहायक खनिज अभियंता सतर्कता प्रमोद बलवदा की मध्यस्था में रॉयल्टी ठेकेदार के बीच वार्ता हुई। जिसमें नियमानुसार दर पर रॉयल्टी वसूलने पर सहमति बन गई। इस पर समिति ने हड़ताल समाप्त कर कार्य फिर से सुचारू रूप से करने का निर्णय लिया। मीटिंग में अध्यक्ष सुंदरमल सैनी, उपाध्यक्ष महेन्द्र गोयल, छगनलाल मोदी, कुलदीप यादव, कालूराम गुर्जर, प्रमोद बाजोर, शंकर सैनी सहित खननकारोबारी उपस्थित रहे।

तो...कर्मचारियों व मजदूरों की रोजी रोटी पर छा जाता सकंट

क्षेत्र में करीब 400 से ज्यादा खान व 140 से ज्यादा क्रेशर वर्तमान में संचालित है। इनमें प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से 5 हजार से ज्यादा कर्मचारी व मजदूर कार्य कर रहे है। 28 दिसंबर से चल रही हड़ताल ने उनकी चिंता बढ़ा दी थी, लेकिन 14 दिन बाद निर्णय होने पर मजदूरों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। हड़ताल लंबी चल जाती तो मजदूर अपने घरों की ओर पलायन कर जाते, जिससे खनन कारोबारियों के लिए चिंता का विषय हो जाता।

1. रायल्टी ठेकेदार कंपनी खनिज चेजा पत्थर पर राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दर 49.28.रूपये प्रतिटन (डीएमएनफटी और आरएसएमईटी) समेत ही वसूल करने तथा पूर्व की भांति इससे अधिक राशि वसूल नहीं की जाएगी।

2. सभी व्यापारियों से उक्त राशि सरकार के नियमानुसार कच्चे माल अर्थात वैधानिक रूप से संचालित खनन पट्टों से निर्गमित खनिज चेजा पत्थर पर ही रॉयल्टी वसूल की जाएगी। पूर्व की भांति फि निश गुड्स यानि रोडी, मिनरल सैंड आदि से भरकर जाने वाली गाडिय़ों से वसूल नहीं की जाएगी। बैठक में हुए समझौते के अनुसार उसके कर्मचारी वैध ट्रांजिट पास की जांच फि निसगुड्स की गाड़ी के कर सकेंगें।

3. उक्त समझौते के उपरांत लम्बे समय से जारी हमारी हड़ताल समाप्त की जाती है सभी व्यापारी बंधू राजकीय नियमों की पालना करते हुए अपना व्यवसाय शुरू करें।

माईनिंग एंड क्रेशर वेलफेयर सेवा समिति व रॉयल्टी ठेकेदार के बीच वार्ता करवाई गई, जिसमें ठेकेदार द्वारा नियमानुसार रायॅल्टी वसूलने पर दोनों के बीच सहमति बन गई है। खनन व्यवसाहियों ने कार्य शुरू कर दिया है। विभाग की ओर से पूरी निगरानी रखी जाएगी।

प्रमोद बलवदा, सहायक खनिज अभियंता सतर्कता खान विभाग, नीमकाथाना

माईनिंग एंड क्रेशर वेलफेयर सेवा समिति के बैनर तले की गई हड़ताल में सभी का सहयोग रहा। ठेकेदार से हुई वार्ता के बाद सभी ने फिर से खनन कार्य शुरू कर दिया है।

महेन्द्र गोयल, उपाध्यक्ष माईनिंग एंड क्रेशर वेलफेयर सेवा समिति, नीमकाथाना

हमारी कंपनी द्वारा ना तो पहले कभी गलत काम किया गया है, ना अभी कर रहे हैं ना आगे भविष्य में करेंगे। क्रेशर मालिक और रॉयल्टी ठेकेदार मिलकर सरकार को राजस्व व आम जन को रोजगार प्रदान करते हैं। राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को लेकर इस प्रकार का किया गया कृत्य असफल रहा है।

कुलदीप प्रताप सिंह भाटी, गैलेक्सी माइनिंग एंड रॉयल्टी प्रा.लि.