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सेहत सुधारो सरकार : यहां दवा है नहीं, बाहर से खरीद लो…जानिए सबसे पढ़े लिखे जिले की कड़वी हकीकत

सीकर. सरकार भले ही निशुल्क दवा योजना से मरीज को लाभान्वित करने के लाख दावे करे लेकिन योजना की हकीकत सीकर जिला अस्पताल में भयावह है।

सीकरSep 16, 2017 / 11:05 am

vishwanath saini

Sehat Sudharo Sarkar
सीकर. सरकार भले ही निशुल्क दवा योजना से मरीज को लाभान्वित करने के लाख दावे करे लेकिन योजना की हकीकत सीकर जिला अस्पताल में भयावह है। हाल यह है कि निशुल्क दवा योजना के तहत आरएमएसई में 866 प्रकार की दवाओं की उपलब्धता का दावा किया जा रहा है लेकिन अधिकांश दवाएं आरएमएसई की पाइप लाइन में ही नहीं हैं। जिला औषधि केन्द्र पर भी दवाओं की उपलब्धता कम है। जिला अस्पताल में पिछले कई माह से एक ही प्रकार के साल्ट की दवाएं ही डीडीसी काउंटरों पर उपलब्ध हैं। अस्पताल में आने वाले मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर से दवाएं लेनी पड़ रही हैं। गौरतलब है कि 2011 से शुरू योजना में दवाओं की संख्या में लगातार गिरावट आती जा रही है।
2011 से शुरू है योजना
1700 मरीजों पर महज पांच ही काउंटर
150 मरीजों पर एक काउंटर होना चाहिए
220 दवाएं मिल रही हैं काउंटर पर
866 प्रकार की दवाएं मिलने का दावा


रोजमर्रा की दवा भी नहीं…
जिला मुख्यालय स्थित कल्याण अस्पताल के डीडीसी काउंटरों से ली गई जानकारी के अनुसार निशुल्क दवा योजना में 80 फीसदी से अधिक वे दवाएं है जो मरीज को सर्दी जुकाम, वायरल सरीखी सामान्य बीमारियों में दी जाती हैं। एमजी में अन्तर डीडीसी काउंटरों पर उन दवाओं को भेजा जा रहा है जिनमें उपलब्ध साल्ट तो एक ही लेकिन एमजी की मात्रा में अंतर है।

निर्देश दिए गए…

दवाओं की कमी होने पर अस्पताल स्तर पर दवाओं को खरीदने के निर्देश दिए गए हैंं। – महावीर प्रसाद, एमडी, आरएमएसई, जयपुर

चिकित्सा मंत्री के आश्वासन कोरे
लक्ष्मणगढ़. चिकित्सा मंत्री के आश्वासन के बाद भी लक्ष्मणगढ़ सामुदायिक केन्द्र की स्थिति में सुधार नहीं हुआ है। मरीजों को रात के समय उपचार नहीं मिलता है। राजकीय अस्पताल में महज 194 प्रकार की दवाएं ही उपलब्ध हैं। सभी दवाएं नहीं मिलने से मरीजों को निजी मेडिकल स्टोर की शरण लेनी पड़ती है। दवाएं नहीं भेजने से सामान्य बीमारियों के मरीजों को परेशानी होती है।
रात को… नहीं खुलता दवा केन्द्र
नीमकाथाना. कपिल अस्पताल में रात के समय मरीजों को निशुल्क दवा केन्द्र नहीं खुले रहने से दवाईयां बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। पाटन केन्द्र में भी स्थिति कमोबेश यही है।

136… तरह की दवाएं ही उपलब्ध
श्रीमाधोपुर. सीएचसी में 136 प्रकार की दवाएं हैं। जांच केन्द्र पर 34 जांच ही हो रही है। सोनोलॉजिस्ट नहीं है।

ईसीजी… जैसी जांचें भी नहीं हो रहीं
पलसाना. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना के तहत 37 प्रकार की जांचे होती हैं लेकिन ईसीजी जैसी महत्वपूर्ण जांच भी नहीं हो पा रही हैं।
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