आमजन की ऐसे बढ़ी परेशानी…
विभाग का दावा: नए सिरे से समीक्षा करेंगे, कहां क्या जरूरत
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से दावा किया गया है कि आमजन को नए बदलाव से कोई परेशानी नहीं होगी। विभाग के
अधिकारियों का कहना है कि नए बदलाव के बाद जल्द समीक्षा की जाएगी कि किस क्षेत्र के लोगों की ओर से आधार में किस तरह के करेक्शन की डिमांड आ रही है और वहां कितने सेंटर है। यदि कही डिमांड आती है तो चुनिदा सेंटरों के अधिकारों में बढ़ोतरी की जा सकती है।
केस एक: पेंशन सत्यापन के लिए लगा रहे चक्कर
पेंशनर दीनदयाल सैनी का कहना है कि हर साल पेंशनरों को सत्यापन करना होता है। दो दिन से जनाआधार व आधार की गलती को ठीक कराने के लिए आधार ऑपरेटर के यहां चक्कर लगा रहे है, लेकिन केन्द्र पर सर्वर नहीं आने की बात कही जा रही है। इससे परेशानी बढ़ गई है।
केस दो: नहीं हो पा रहा बायोमैटि्रक बदलाव
आकाश शर्मा ने बताया कि उसको आधार में बायोमैटि्रक के जरिए फोटो चेंज करानी है। तीन दिन से चक्कर लगाने के बाद भी राहत नहीं मिल रही है। उन्होंने बताया कि बैंक के एक सेंटर पर गया लेकिन सर्वर नहीं आने की वजह से निराश होकर लौटना पड़ा।
सेंटर्स के अधिकारों में बदलाव
इन सेंटर को मिले अधिकारों में थोड़ा बदलाव किया गया है। इस वजह सेंटरों को मैसेज भेजा गया था। अब नाम व मोबाइल नंबरों में परिवर्तन सहित अन्य कार्य इन सेंटरों पर हो सकेंगे। जबकि पोस्ट ऑफिस, शिक्षा विभाग व बैंकों में संचालित आधार केन्द्र पहले की तरह ही संचालित रहेंगे।
विवेक अरोड़ा, ओएसडी, यूआईडीएआई राजस्थान
अपडेटशन की वजह से हुई दिक्कत
सिस्टम अपडेशन की वजह से दिक्कत हुई है। केन्द्रों की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं में बदलाव किया गया है।
सत्यनारायण चौहान, संयुक्त निदेशक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सीकर