Crime in Sikar : पेट्रोल पंप पर मिले फुटेज और जांच के बाद रानोली पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने दोनों के शवों को पहाडिय़ों से बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है। डीएसपी ग्रामीण राजेश आर्य ने बताया कि रामगोपाल पुत्र कानाराम निवासी अलौंदा खाटूश्यामजी को बेटी और उसके प्रेमी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि 23 अक्टूबर को मृतक के भाई बलदेव गोदारा पुत्र भंवरलाल निवासी बाल्यावास करड ने मुकदमा दर्ज कराया कि उसके भाई गणपतलाल को मंगलवार रात करीब 11 बजे कुछ लोगों ने पलसाना बाइपास पर एक पेट्रोल पंप पर बुलाकर मारपीट की गई। बाद में वे उसे गाडी में डाल कर ले गए। पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी में मारपीट की पूरी घटना रिकॉर्ड हो गर्ई। उन्होंने बताया कि घटना में बाबूलाल फगेडिय़ा पुत्र नारायण राम, बीरबल राम ढाका पुत्र मोटूराम, नंदलाल मीणा, सोहनलाल, गोपाल मील पुत्र कानाराम सहित अन्य लोगों पर मारपीट कर अपहरण कर ले जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने रामगोपाल से पूछताछ के बाद जीणमाता के पास मांडोली गांव की पहाडिय़ों से दोनों के शवों को बरामद कर लिया है।
तीन बच्चों का पिता था गणपत
मृतक गणपत शादीशुदा था और उसके तीन बच्चे हैं। गणपत ने खाटूश्यामजी में शोभा होम डेकोर के नाम से दुकान कर रखी थी। वह रात को खाटूश्यामजी में ही रहता था। रविवार को वो घर गया हुआ था और सोमवार सुबह वह गांव से ही दुकान पर आया था। इस दौरान सुबह साढ़े आठ बजे के करीब उससे आखिरी बार परिजनों की फोन पर बात हुई थी। इसके बाद उसका फोन बंद आ रहा था। बुधवार को उसके परिचितों से उसके अपहरण की जानकारी मिली तो परिजनों ने थाने में मामला दर्ज करवाया।
पंप के फुटेज में मारपीट की घटना कैद ( Live Murder Caught in CCTV )
घटना की सूचना मिलने के बाद विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस ने पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। खाटूश्यामजी थानाधिकारी शीशराम ओला, धोद थानाधिकारी महेंद्र मीणा, हैड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह, कांस्टेबल राजकुमार, अनिल कुमार को टीम में लगाया गया। पेट्रोल पंप पर मिले फुटेज से वारदात का पता लगा। पुलिस ने वारदात में शामिल लोगों की तलाश शुरू की।
विश्वास में करवाया फोन
जांच के दौरान सामने आया है कि 22 अक्टूबर की रात को रामगोपाल खाना खाकर घर से निकल रहा था। तभी उसने बेटी प्रेम को मोबाइल पर बात करते हुए देख लिया। उसके पास मोबाइल होने की उसे जानकारी नहीं थी। मोबाइल देखकर वह नाराज हो गया। उसने प्रेम के पास जाकर पूछताछ की। पहले तो वह बात को घुमाने लगी। रामगोपाल ने मारपीट की तो उसने सब कुछ बता दिया। रामगोपाल ने प्रेम से फोन करवाकर गणपत को अकेले में बुलाने के लिए कहा। उसने सीकर की ओर ले जाने की बात कहीं। तब गणपत और प्रेम दोनों बाइक से अकेले निकल गए। दोनों के पीछे गाड़ी में रामगोपाल अपने साथियों के साथ चलने लगा।
पेट्रोल पंप के पास बाइक में तेल डलवाने रुके
जांच में सामने आया कि पलसाना में पेट्रोल पंप पर गणपत बाइक में तेल डलवाने के लिए रुका था। तेल डलवाकर वह जाने लगा तो रामगोपाल ने उसे पकड़ लिया। उसके साथ मारपीट कर गाड़ी में डालकर ले गए। वहां प्रेम से भी रामगोपाल वगैरह ने मारपीट की। बाद में दोनों को एक गाड़ी में डालकर जीणमाता की पहाडिय़ों की ओर ले गए, जहां दोनों की हत्या कर दी।