19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सीकर बारिश : सड़कें बन गई दरिया, भगवान गणेश भी पानी में डूबे

सीकर में बुधवार रात आठ बजे तक 42 एमएम बरसात दर्ज की गई।

2 min read
Google source verification
sikar rain

Ganesh mandir sikar

सीकर. मुरझाती फसलों को आखिर बुधवार को संजीवनी मिल ही गई। शाम को सीकर शहर सहित जिले में अनेक जगह हुई बरसात से फसलें फिर से लहलाहने लग गई वहीं किसानों के चेहरे फिर से खिल उठे। पिछले कई दिनों से पड़ रही गर्मी से भी राहत मिली।

सीकर में बुधवार रात आठ बजे तक 42 एमएम बरसात दर्ज की गई। बरसात से सबसे ज्यादा फायदा बाजरा, मूंग, मोठ व ग्वार की फसल को होगा। शाम करीब छह बजे बरसात हुई। एक घंटे तक अच्छी बरसात हुई। इसके बाद इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई। देर रात तक रुक-रुक कर हल्की बरसात होती रही। नीमकाथाना क्षेत्र की कसावती नदी में पानी आया। कई एनीकट लबालब हो गए।


पिछले करीब दस दिन से बरसात नहीं होने के कारण फसल मुरझाने लगी थी। अब बरसात होने से बुवाई का रकबा भी बढ़ेगा। अभी जिले में करीब चालीस से पचास फीसदी क्षेत्र में ही बुवाई हुई है। बरसात होने से पशुओं के लिए भी चारे व पानी की व्यवस्था हो जाएगी।

नवलगढ़ रोड पर भरा पानी


निकासी व्यवस्था सही नहीं होने के कारण बरसात का पानी नवलगढ़ रोड व बजाज रोड पर भर गया। इस कारण आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। कई छोटे वाहन बरसात के पानी में फंस गए। वहीं कुछ समय के लिए नवलगढ़ रोड पर जाम भी लग गया। क्षेत्रवासियों ने निकासी व्यवस्था में सुधार की मांग की है। इसी प्रकार बजाज रोड पर भी पानी निकासी नहीं होने के कारण वाहन चालक परेशान रहे।

उनको वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ा। इधर बरसात के दौरान शहर में कई जगह बिजली गुल हो गई। इस कारण भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर में बुधवार को बारिश होने के साथ ही एसके अस्पताल के ट्रोमा में बिजली गुल हो गई। करीब दस मिनट तक बिजली गुल होने के कारण मरीजों के साथ-साथ चिकित्सकों को भी परेशानी हुई। पीएमओ डॉ हरि सिंह ने बताया कि अस्पताल में जनरेटर लगा हुआ है।

पारा गिरा
बरसात से पारे में भी गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को अधिकतम पारा 40.5 व न्यूनतम 27.5 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि मंगलवार को अधिकतम पारा 42.8 व न्यूनतम 28.5 डिग्री दर्ज किया गया था।