
सीकर से चूरू के बीच शुरू हुई खुशियों की रैलगाड़ी, जल्द शुरू होगी पंजाब तक की ट्रेन
सीकर.
सीकर से चूरू के बीच शुक्रवार से एक और खुशियों की ट्रेन शुरू हो गई। शनिवार से इसी ट्रेक पर एक और ट्रेन शुरू होगी। इसके बाद इस ट्रेक पर ट्रेनों की संख्या बढकऱ तीन हो जाएगी। लम्बे इंतजार के बाद दो ट्रेन शुरू होने से हजारों यात्रियों को फायदा होगा। यात्री सस्ते, सुगम व सुरक्षित सफर का आनंद ले सकेंगे। रोडवेज बस में सीकर से चूरू का किराया 95 तथा ट्रेन का किराया 25 रुपए है। इस प्रकार एक यात्री के एक फेरे में 70 रुपए बचेंगे। सीकर से चूरू पहुंचने में यह ट्रेन करीब दो घंटे और पांच मिनट का समय लेगी। रेल का समय यात्रियों की सुविधा के अनुसार किया गया है। सीकर स्टेशन पर शाम निर्धारित समय से करीब तीन मिनट की देरी से 6 बजकर 33 मिनट बजे सांसद सुमेधानंद सरस्वती, विधायक रतन जलधारी, यूआईटी चेयरमैन हरिराम रणवा, एडीआरएम आरपी मीणा व अन्य ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। चूरू से सीकर के बीच रोडवेज की करीब 42 बसों का संचालन होता है। इनसे चूरू आगार को वर्तमान में प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख रुपए की आय हो रही है। नई ट्रेन चलने से रोडवेज की आय में गिरावट आ सकती है इसके अलावा करीब 40 बसें लोक परिवहन व 15 निजी बसें भी इस रूट पर चल रही है।
सीकर में एक और फुटओवर ब्रिज बनेगा - एडीआरएम (विशेष बात)
रेलवे के एडीआरएम आरपी मीणा ने राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में कहा कि सीकर से जयपुर तक मार्च 2019 में ट्रेन चल जाएगी। अभी रींगस में कार्य चल रहा है। सीकर से रींगस तक सितम्बर या अक्टूबर तक ट्रेन चला दी जाएगी। रींगस से जुडऩे पर यात्रियों को काफी फायदा होगा। सीकर जंक्शन पर अभी एक फुटओवर ब्रिज है। जल्द ही एक और बनाया जाएगा। इसकी मंजूरी मिल गई है। आरक्षण कार्यालय भी नया बनेगा। सीकर से चूरू के बीच चली नई ट्रेन के हर डिब्बे में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। दो साल में यहां बहुत कुछ बदल जाएगा।
दिल्ली व जयपुर तक ट्रेन
समारोह में सांसद ने कहा कि मैंने रेलवे के उच्च अधिकारियों से बात की है। रेल मंत्री ने दिल्ली तक नियमित ट्रेन चलाने की सहमति दे दी है। जल्द ही ट्रेन चलेगी। जयपुर तक ट्रेन जल्द चलाई जाएगी। रींगस में साढ़े सात किलोमीटर लंबा पुल बन रहा है। इसमें समय लग रहा है। मार्च तक जयपुर तक रेल चलने लग जाएगी।
गंगानगर तक ट्रेन
सीकर से गंगानगर तक ट्रेन चलाने का प्रस्ताव भिजवा दिया है। इसे मंजूरी मिल गई है। जल्द ही यह ट्रेन चलाई जाएगी। पंजाब तक भी ट्रेन चलाई जाएगी। दो साल में यहां ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। पांच साल पहले यहां से एक भी ट्रेन कहीं के लिए भी नहीं चलती थी। भाजपा सरकार आने के बाद ट्रेन चलने लगी है।
हर डिब्बे में सीसीटीवी
छह डिब्बे और दो इंजन वाली इस ट्रेन के हर डिब्बे में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इससे यात्रा सुरक्षित रहेगी। पुरानी डेमू ट्रेन में टॉयलेट की सुविधा कम होती थी, लेकिन इस ट्रेन में टॉयलेट की सुविधा भी है। यात्री एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे में जा सकेंगे।
पलसाना तक काम पूरा: सीकर से पलसाना तक का कार्य पूरा हो चुका। मुख्य संरक्षा आयुक्त का दौरा हो चुका। वे अपनी रिपोर्ट दे चुके। सीआरएस का दौरा हुए करीब तीन माह का समय हो गया, लेकिन ट्रेन नहीं चली। इस मुद्दे पर सांसद कुछ नहीं बोले। वहीं सूत्रों का कहना है चूरू से चलने वाली ट्रेन को ही पलसाना तक चलाया जा सकता है।
सीकर से यह है किराया रुपए में
स्टेशन किराया
रशीदपुरा 10
लक्ष्मणगढ़ 10
फतेहपुर 15
कायमसर 15
रामगढ़ 20
बिसाऊ 20
महनसर 20
सीकर से 171, चूरू से 175 यात्री बैठे
पहले दिन सीकर से 171 यात्रियों ने टिकट लेकर यात्रा की। इससे रेलवे को 7,855 रुपए की आय हुई। चूरू से 175 यात्रियों ने टिकट लेकर यात्रा की। टिकट बिक्री से चूरू स्टेशन को तीन हजार 390 रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई।
Updated on:
09 Jun 2018 01:39 pm
Published on:
09 Jun 2018 07:57 am
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