
तो क्या शुरू नहीं हो पाएगी ये महत्वाकांक्षी योजना संसाधनों की कमी से
सीकर. नगर परिषद की ओर से शहर में एक अप्रेल से प्रदेश में पहली बार शुरू होने वाली घर-घर कचरा संग्रहण की हाईटेक व्यवस्था संशाधनों की कमी में उलझ सकती है। योजना शुरू होने में महज नौ दिन बचे हैं, लेकिन जिम्मेदार कंपनी की स्थिति यह है कि अभी तक एक वार्ड में भी स्मार्ट कार्ड बांटने का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। कंपनी ने अभी तक महज पांच सौ घरों में कार्ड बांटने का कार्य किया है। अब तक की तैयारी को देखते हुए कंपनी और परिषद के दावों में दम नजर नहीं आ रहा है।
भीतरी शहर में योजना शुरू करने की तैयारी
संबंधित कंपनी ने कार्ड बांटने का कार्य भीतरी शहर से शुरू किया है। अभी तक शहर के मोहल्ला शेखपुरा, पुलिस लाइन और बसंत विहार क्षेत्र में ही कार्ड बांटे गए हैं। हालांकि कंपनी अधिकारियों का तर्क है कि होली के त्योहार के कारण कम कार्ड बांटे जा सके हैं। शनिवार से आठ टीम लगाकर प्रतिदिन तीन से पांच हजार स्मार्ट कार्ड बांटे जाएंगे। जिन घरों में कार्ड नहीं पहुंच सके। उनका भी कचरा रजिस्टर में एंट्री कर उठाया जाएगा। दस अप्रेल तक शहर के सभी पचास हजार घरों में कार्ड पहुंचा दिए जाएंगे। योजना की शुरूआत भीतरी शहर से की जाएगी।
परिषद सौंप देगी संशाधन
नगर परिषद ऑटो टीपर व अन्य संशाधन अनुबंध के अनुसार कंपनी को सौंप देगी। इसके बाद घरों से कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी कंपनी की होगी। हालांकि नगर परिषद अधिकारी इस व्यवस्था पर लगातार मोनिटरिंग करेंगे। परिषद के एईएन गौरव सिंह का कहना है कि शहर में कार्ड बांटने का कार्य लगातार जारी है। परिषद कंपनी का पूरा सहयोग कर रही है।
Published on:
31 Mar 2019 05:53 pm
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