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गर्मी का सितम : शेखावाटी में मौसम का मिजाज तीखा, पारा पहुंचा 40 डिग्री पार

शेखावाटी में मौसम के बदले मिजाज ने गर्मी के तेवर तीखे कर दिए हैं। सुबह से तेज गर्मी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है।

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सीकर. शेखावाटी में मौसम के बदले मिजाज ने गर्मी के तेवर तीखे कर दिए हैं। सुबह से तेज गर्मी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। बादलों के कारण मौसम केन्द्र पर अधिकतम तापमान में एक डिग्री की बढोतरी हुई। सीकर में सोमवार सुबह से भीषण गर्मी के कारण लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है। दोपहर में तेज गर्मी के कारण लोग पसीने से ाीगे रहे। इस दौरान हवाएं चलने के कारण लोगों की त्वचा जलने लगी। बसों, जीपों सहित अन्य वाहनों में सफर करने वाले लोगों को दिन में यात्रा करने में चिलचिलाती धूप और गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। लोग छांव तलाश करते नजर आ रहे हैं। शाम को भी गर्मी का असर बरकार रहा। फतेहपुर कृषि अनुसंधान केन्द्र पर अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

ज्यादा रहेगा तापमान

फतेहपुर कृषि अनुसंधान केन्द्र के मौसम विशेषज्ञ ओपी कालश ने बताया कि पिछले सालों के औसत तापमान में अप्रेल माह की शुरूआत में इस बार 2.1 डिग्री की वृद्धि हो चुकी है। मौसम विभाग का कहना है कि इस साल गर्मी तेज रहेगी और अप्रेल माह में इस बार दिन का पारा 45 डिग्री के पार जा सकता है। वहीं न्यूनतम तापमान में इजाफा रहेगा।

गर्मी में आंतों के संक्रमण का खतरा

गर्मी में पेट की बीमारियां खासकर गेस्ट्रो एंटराइटिस होने का खतरा भी बढ़ गया है। यह बीमारी दूषित पानी और बासी खाने से हो रही है। गेस्ट्रोयानी पेट पर असर, एंट्राइटिस यानी आंतों का संक्रमण होता है। एसके अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि इस मौसम में खाद्यपदार्थों पर बैक्टीरिया पेरासाइट तेजी से पनपने लगते हैं। उल्टी होना, दस्त लगना, बुखार आना, कुछ खाने का मन न करना, अधिक कमजोरी जैसे लक्षण होते हैं। गैस्ट्रो एंटराइटिस से किडनी पर भी असर आता है। इस दौरान उल्टी दस्त से शरीर में पानी की कमी हो सकती है। ऐसे में छाछ, दही सहित अन्य पेय पदार्थ का प्रयोग करना चाहिए। जिससे शरीर में पानी की कमी ना रहे। पानी की कमी सीधे किडनी पर असर डालती है।