इस मौके पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि विनेश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने की जिद पर कायम रहते हुए 2028 के ओलंपिक की तैयारी करनी चाहिए थी। उसके राजनीति में आने के फैसले के वे खिलाफ है। वे उनके पक्ष में प्रचार भी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को राजनीति में तब आना चाहिए, जब उनकी आस छूट जाए। इसके बाद भी उन्हें ओलंपिक खिलाड़ी तैयार करने चाहिए। बोले, भाजपा नेता बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन करने तक विनेश का कांग्रेस में आने का इरादा नहीं था। पर बाद में कांग्रेस के नेताओं ने पीछे पड़कर विनेश को उमीदवार बना दिया। इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
हवा नहीं हौव्वा है
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में हवा व सत्ता में बदलाव के सवाल पर भी महावीर फोगाट ने कहा कि यह कोई हवा नहीं केवल हौव्वा है। वहां कांग्रेस व भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। इसमें उन्हें बदलाव (सत्ता में) नजर नहीं आ रहा।
विनेश से पहले उनकी बेटी बबीता फोगाट के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने इसे दोनों का व्यक्तिगत फैसला बताया। गौरतलब है कि विनेश फोगाट को कांग्रेस ने उनके ससुराल जुलाना सीट से विधानसभा चुनाव का प्रत्याशी घोषित किया है। इसके बाद से सियासत तेज हो गई है।