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शिक्षकों की कमी से कहीं थम ना जाए संस्कृत स्कूलों में श्लोकों की गूंज

नीमकाथाना. वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्र में संचालित राजकीय विद्यालयों के हाल बेहाल हैं। कहीं ऐसा समय ना आ कि संस्कृत विद्यालयों में संस्कृत श्लोकों की गूंज सुनाई नहीं दे। वर्तमान युवा पीढ़ी संस्कृत शिक्षा से पीछा छुड़ा रही है। विद्यालय के बढ़ते नामांकन स्तर को अध्यापकों की कमी के चलते दिनों दिन दीमक खा रही है।

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सीकर

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Mukesh Kumawat

Jan 29, 2024

शिक्षकों की कमी से कहीं थम ना जाए संस्कृत स्कूलों में श्लोकों की गूंज

शिक्षकों की कमी से कहीं थम ना जाए संस्कृत स्कूलों में श्लोकों की गूंज

नीमकाथाना/गणेश्वर. वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्र में संचालित राजकीय विद्यालयों के हाल बेहाल हैं। कहीं ऐसा समय ना आ कि संस्कृत विद्यालयों में संस्कृत श्लोकों की गूंज सुनाई नहीं दे। वर्तमान युवा पीढ़ी संस्कृत शिक्षा से पीछा छुड़ा रही है। विद्यालय के बढ़ते नामांकन स्तर को अध्यापकों की कमी के चलते दिनों दिन दीमक खा रही है। कहीं विद्यालय में नामांकन अधिक तो कहीं शिक्षक एक और नामांकन भी एक। कई वर्षों से पद रिक्त हैं। अभिभावकों में भी संस्कृत विद्यालयों से भरोसा खत्म हो रहा है। अपने बच्चों को अन्य जगह प्रवेश दिला रहे हैं। पांच रोज पूर्व नीमकाथाना में तीन दिवसीय राज्य स्तर का संस्कृत सम्मेलन हुआ था उसमें भी विद्यालयों की संख्याएं उठाई गई थी। संस्कृत विभाग के शिक्षकों ने आपत्ति जताई थी कि एक शिक्षक के भरोसे विद्यालय का कैसे नामांकन बढ़े नही तो ऐसी हालत में विद्यालय बंद हो जाएंगे। राष्ट्रीय सामारोह में वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय गणेश्वर के प्राचार्य ने समारोह में हजारों ग्रामीणों को पुकार लगाते हुए कहा था कि कभी इस विद्यालय 700 बच्चों का नामांकन होता था, ऐसा विद्यालय आज बंद होने की कगार पर है। ग्रामीण अपने बच्चों को प्रवेश दिलाए वरना विद्यालय बंद हो सकता हैं। वरिष्ठ उपाध्याय विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक मात्र 47 बच्चों का नामांकन हैं। कक्षा 6 में एक, 7 में 2, 8 में 3, 9 में 8, 10 में 10, 11 में 13 और कक्षा 12 में 8 विद्यार्थियों का नामांकन हैं। इसी प्रकार राजकीय प्राथमिक विद्यालय ढाणी छिपली जहां 25 बच्चों का नामांकन हैं और एक शिक्षक विद्यालय चला रहा है। राजकीय प्राथमिक संस्कृत विद्यालय कालिकाल 45 बच्चों का नामांकन एक शिक्षक विद्यालय चला रहा हैं। राजकीय प्राथमिक संस्कृत विद्यालय ढाणी केसर की में 10 बच्चों का नामांकन एक शिक्षक विद्यालय चला रहा है। राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय ढाणी रडियो की एक बच्चे का नामांकन और एक ही शिक्षक हैं। राजकीय उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय ढाणी लदाला सिंगड़िया नामांकन दो एक शिक्षक विद्यालय चला रहा है। ऐसे में इन विद्यालयों का भगवान ही मालिक हैं।

गणित विज्ञान के शिक्षक लगाने के लिए विधायक से बात की लेकिन वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में नामांकन कम होने से खाली पद नहीं भरे जा रहे हैं। विधायक ने कोशिश की तो विभाग के अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं कि स्टाफ 7 का है। नामांकन कम हैं और शिक्षक नहीं लगाए जा सकते। विद्यालय के शिक्षकों को नामांकन बढ़ाना ही होगा।

-सरपंच सुशीला अग्रवाल गणेश्वर

संस्कृत स्कूलों में कार्यरत शिक्षक बच्चों को पढ़ाने में अच्छी मेहनत कर रहे है। जिन स्कूलों में पदरिक्त है उनकी विभाग को सूचना भिजवाई जाएगी।

पं. कौशल दत्त शर्मा, जिला नोडल अधिकारी, संस्कृत शिक्षा, नीमकाथाना