
संसार का दर्द देख साधु-संतों ने खोली झोली, पांच लाख का बांटा राशन, दो लाख दिए नगद
सीकर/ नीमकाथाना.
बिषय अलंपट सील गुनाकर,पर दुख दुख सुख सुख देखे पर।
सम अभूतरिपु बिमद बिरागी,लोभामरष हरष भय त्यागी॥
‘यानी संत विषयों से दूर, शील और सद्गुणों की खान होते हैं। पराये दु:ख से वह दुखी व सुख से सुखी होते हैं। वे सबमें समता रखते हैं। उनके मन में कोई उनका शत्रु नहीं है। मद से रहित और वैराग्यवान वह लोभ, क्रोध, हर्ष और भय का त्याग किए हुए रहते हैं।’
शास्त्रों में वर्णित संत की विशेषता मंगलवार को नीमकाथाना में चरितार्थ होती नजर आई। जहां कोरोना वायरस व लॉकडाउन की वजह से जीवन व जीविका के बढ़े संकट में करुणा से भरे साधु संतों ने जरुरतमंदों के लिए अपनी झोली खोल दी। क्षेत्र के संतों ने यहां की सभी ग्राम पंचायतों के लिए न केवल 5 लाख रुपये की लागत से राशन के 1400 किट तैयार करवाकर जरुरतमंदों तक पहुंचाए। बल्कि, दो लाख रुपए की राशि इक_ा कर प्रधानमंत्री राहत कोष में भी जमा कराई।
हरी झंडी दिखाकर सामग्री रवाना
उपखंड प्रशासन द्वारा पंचायत समिति में बनाए गए संग्रहण केन्द्र से मंगलवार को बत्तीसा मंडल नीमकाथाना की ओर से अध्यक्ष जगदगुरु बाहुबल बलदेवाचार्य महाराज दाऊ धाम काला कोटा के सान्निध्य में पंचायतों के लिए राशन से भरी गाडिय़ों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया। इस मौके पर विधायक सुरेश मोदी, दरीबा धाम के बिरमदास, नीमोद धाम के कृष्ण दास, घुघाड़ी धाम के बजरंगदास, ठीकरियां धाम के रामस्वरुप दास, इश्रोड़ा धाम के रामस्वरुप दास, हाथी देह धाम के हनुमानदास, धोली डूंगरी धाम के सुखदेव दास, भगेगा धाम के तुलसीदास, धाना मंदिर के किशनदास व रायपुर धाम के मनोहरदास महाराज सहित अनेक संत मौजूद रहे। विभिन्न धाम व आश्रमों में पहले से जरुरतमंदों को भोजन मुहैया करवा रहे इन संतों की इस मुहिम के बीच साहित्यकार व पूर्व प्राचार्य डॉ हेतु भारद्वाज ने भी इस दौरान 51000 रूपये के राशन किट संग्रहण केंद्र में उपलब्ध करवाए। इस मौके पर उपखंड अधिकारी साधुराम जाट, तहसीलदार बृजेश गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।
Published on:
06 May 2020 10:28 pm
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