सीकर/दांतारामगढ़. राजस्थान के सीकर जिले के दांतारामगढ़ कस्बेे के पचार गांव के मजदूर राधेश्याम की मध्यप्रदेश में मौत के मामले में धरने पर बैठे ग्रामीणों ने गुरुवार को करीब 39 घंटे बाद प्रदर्शन खत्म किया। मजदूर की मौत को हत्या बताकर विभिन्न मांगों पर अड़े परिजन व ग्रामीण आखिरकार एएसपी बनवारी लाल के आश्वासन पर माने। इससे पहले मृतक राधेश्याम मेहरा के शव के साथ ग्रामीण गुरुवार को दूसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे। मृतक का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाने, जीरो एफआईआर दर्ज करने, मृतक के परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी व दस लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग पर अडिग़ रहे। बाद में पुलिस उप अधीक्षक बनवारी लाल व दांतारामगढ़ डिप्टी जाकिर अख्तर ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से वार्ता की। उन्होंने मामले में ग्रामीणों की 11 सदस्यीय टीम बनाने तथा मध्यप्रदेश पुलिस से संवाद कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सहित ग्रामीणों की हर मांग पर विचार करने का आश्वासन देकर धरना खत्म करवाया। इसके बाद राजकीय चिकित्सालय खाचरियावास में मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा गया। गौरतलब है कि पचार निवासी राधेश्याम मेहरा करीब 10 दिन पहले मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में मजदूरी के लिए गया था। जिसका बुधवार को शव ही गांव पहुंचा। जिसकी हत्या की आशंका जताते हुए परिजनों व ग्रामीणों ने शव लेने से इन्कार कर दिया और हत्यारे की गिरफ्तारी सहित विभिन्न मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया।