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Teachers Day: दक्षिण भारत तक में चल रहा राजस्थान के इस शिक्षक का हिंदी पढ़ाने का फॉर्मूला

सीकर/खंडेला. एक बुद्धिमान शिक्षक वो है जो विद्यार्थी की बुद्धि के स्तर को भांपते हुए शिक्षा प्रदान करता है। खंडेला के राउप्रावि सेवली के नवाचारी शिक्षक कलीम खान इसकी जीती- जागती मिसाल हैं।

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सीकर

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Sachin Mathur

Sep 05, 2022

Teachers Day: दक्षिण भारत तक में चल रहा राजस्थान के इस शिक्षक का हिंदी पढ़ाने का फॉर्मूला

Teachers Day: दक्षिण भारत तक में चल रहा राजस्थान के इस शिक्षक का हिंदी पढ़ाने का फॉर्मूला

सीकर/खंडेला. एक बुद्धिमान शिक्षक वो है जो विद्यार्थी की बुद्धि के स्तर को भांपते हुए शिक्षा प्रदान करता है। खंडेला के राउप्रावि सेवली के नवाचारी शिक्षक कलीम खान इसकी जीती- जागती मिसाल हैं। जिन्होंने स्कूल में बच्चों का कमजोर शैक्षिक स्तर देखा तो हिंदी सीखने के लिए चार पेज का अपना अलग ही फॉर्मूला तैयार कर दिया। जो इतना सफल रहा कि राजस्थान टीचर्स की वेबसाइट के जरिये प्रसिद्धी पाकर देश के कई राज्यों की शिक्षा में मील का पत्थर साबित हो रहा है। दक्षिण भारत के स्कूल में तो खासतौर पर उसे अपनाया जा रहा है। वहीं, लेखन सुधार के लिए भी ऐसी अभ्यास पुस्तिका इजात की जिस पर जैल व स्कैच पेन से लिखकर भी मिटाया जा सकता है। ऐसे ही कई नवाचारों की वजह से कलीम राष्ट्रीय स्तर तक के कई अवार्ड हासिल कर चुके हैं।

देश के कई राज्यों में फोल्डर की मांग
हिंदी सीखने के लिए कलीम खान ने चार पेज का फॉर्मूला अपने मित्र की मदद से तैयार किया था। जो सोशल मीडिया व वेबसाइट के जरिये इतना प्रसिद्ध हुआ कि देशभर में उसकी मांग बढ़ गई। लेमिनेटेड फोल्डर में अब हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश व तमिलनाडू सरीखे दक्षिण भारतीय राज्यों तक में उसका उपयोग हिंदी सीखने के लिए किया जा रहा है। इसी तरह उनके द्वारा तैयार सुलेख अभ्यास पुस्तिका भी कई राज्यों में उपयोग ली जा रही है।

पहला खिलौना हाउस बनाया, समाज व साहित्य की भी सेवा
कलीम खान सरकारी स्कूल में जिले का पहला खिलौना हाउस बनाने का श्रेय भी हासिल कर चुके हैं। सेवली में अंतोदय संस्था के माध्यम से उन्होंने बच्चों के लिए पहला खिलौना हाउस तैयार करवाकर शिक्षा की नींव मजबूत की। साहित्य लेखन के साथ खान विभिन्न संस्थाओं से जुड़कर पर्यावरण व समाज सेवा के क्षेत्र में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

पुरस्कारों के बादशाह
कलीम खां के पुरस्कारों की फेहरिस्त भी लंबी है। जिसका क्रम सवाईमाधोपुर के वैदपुरा में बतौर प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति के बाद जिला स्तरीय स्वच्छ शाला व स्वच्छा बाला पुरस्कार के साथ शुरू हुआ था। बाद मेे नवोदय क्रांति परिवार व ग्लोबल एक्सीलेंस सोसाइटी के ग्रीन टीचर अवार्ड, प्राणवायु संस्थान राजस्थान द्वारा राजस्थान एक्सीलेंस अवॉर्ड 2020, पुरवार सोसाइटी के प्राइड ऑफ इंडिया अवार्ड 2022, राष्ट्रीय उम्मीद रत्न, नूतन साहित्य अवार्ड के अलावा आविष्कार फाउंडेशन का बेस्ट टीचर अवार्ड, राष्ट्रीय शिक्षक गौरव सम्मान तथा गणतंत्र दिवस के जिला व उपखंड स्तरीय कई पुरस्कार इसमें शामिल हो चुके हैं।