22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बेरोजगारी भत्ता पंजीयन में सीकर-जयपुर सबसे आगे, जैसलमेर-प्रतापगढ़ फिसड्डी

Unemployment allowance: बेरोजगारी भत्ते की चाह में शिक्षानगरी सीकर और प्रदेश की राजधानी जयपुर के बेरोजगारों की ओर से इस साल सबसे ज्यादा आवेदन किए गए हैं।

2 min read
Google source verification

सीकर

image

Ajay Sharma

Feb 18, 2022

भत्ते के पंजीयन में सीकर-जयपुर के बेरोजगार सबसे आगे, जैसलमेर-प्रतापगढ़ फिसड्डी

भत्ते के पंजीयन में सीकर-जयपुर के बेरोजगार सबसे आगे, जैसलमेर-प्रतापगढ़ फिसड्डी

सीकर. बेरोजगारी भत्ते की चाह में शिक्षानगरी सीकर और प्रदेश की राजधानी जयपुर के बेरोजगारों की ओर से इस साल सबसे ज्यादा आवेदन किए गए हैं। जयपुर जिले के 173383 बेरोजगार तो सीकर के 135348 युवा भत्ते की चाह में आवेदन कर चुके हैं। जैसलमेर और प्रतापगढ़ के युवा पंजीयन में फिसड्डी है। इस साल अब तक 16.54 लाख प्रदेश के बेरोजगारों ने आवेदन किया है। पिछले साल यह आंकड़ा 15 लाख तक था। सरकार की ओर से इस साल से बदले इंटर्नशिप के नियमों ने बेरोजगारों की भत्ते की राह में नया रोड़ा अटका दिया है। दरअसल, पिछले साल बजट में सरकार ने तीन महीने तक चार-चार घंटे इंटर्नशिप करने वाले बेरोजगारों को ही भत्ता देने का ऐलान किया था। हालांकि इसमें बीएड सहित अन्य पाठ्यक्रमों की पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थियों को इंटर्नशिप से राहत भी दी गई। युवाओं का कहना है कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ आगे की पढ़ाई करें या इंटर्नशिप के लिए दूसरे विभागों में जाकर सेवाएं दें। इधर, कई विभागों की ओर से इंटर्नशिप के लिए आने वाले युवाओं को प्रशिक्षण देने में आनाकानी भी की जा रही है। इस मामले में कई जिलों से शिकायत मुख्यालय भी पहुंची है। वहीं सरकार का दावा है कि तीन साल में 2.59 लाख बेरोजगारों को 1216 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

कहां कितने बेरोजगार पंजीकृत

अजमेर: 44615
अलवर: 116687

बाड़मेर : 24667

बांसवाड़ा: 30851

बांरा: 31030
भरतपुर: 75314

भीलवाड़ा: 31727
बीकानेर: 41981

बूंदी: 31838
चित्तौडगढ़: 19624

चूरू: 68180
दौसा: 74895

धौलपुर: 28415
डूंगरपुर: 22129

श्रीगंगानगर: 54791
हनुमानगढ़: 61891

जयपुर: 173383
जैसलमेर: 8027

जालौर: 21287
झालावाड़: 30313

झुंझुनूं: 96346
जोधपुर: 65321

करौली: 46146
कोटा: 46918

नागौर: 82384
पाली: 33359

प्रतापगढ़: 12255
राजसमंद: 14368

सवाईमाधोपुर: 41829
सीकर: 135348

सिरोही: 17429
टोंक: 37688

उदयपुर: 33070
(15 फरवरी 2022 तक पंजीयन के आंकड़े)


इन दो मामलों से समझें बेरोजगारों की परेशानी

केस एक: मजबूरन करना पड़ेगा पार्ट टाइम जॉब

नीमकाथाना इलाके के पुष्पेन्द्र कुमार ने बताया कि बीए करने के बाद ही भत्ते के लिए आवेदन लगा दिया। लेकिन चार महीने से फार्म जांच में उलझा हुआ है। भत्ते की उम्मीद में सीकर आकर कोचिंग में तैयारी शुरू कर दी। यदि जल्द भत्ता नहीं मिला तो पार्ट टाइम नौकरी करनी पड़ेगी।

केस दो: दो साल से चक्कर, नहीं मिला भत्ता

जयपुर निवासी कपिल ने बताया कि दो साल से वह भत्ते के लिए चक्कर लगा रहा है। चार दफा तो आवेदन में कमी बता दी गई। इसी तरह सीकर निवासी रेणु शर्मा व संगीता बुरड़क का कहना है कि इंटर्नशिप के समय को कम करना चाहिए। जिससे बेरोजगार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर सके।

ज्यादातर योजनाओं में सीकर आवेदनों में सबसे आगे
प्रदेश सरकार की ज्यादातर फ्लैगशिप योजनाओं में सीकर जिला सबसे आगे है। श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों के पंजीयन को लेकर अभियान चलाया गया। सीकर जिले से एक लाख से ज्यादा लोगों ने श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन किया। वहीं बेरोजगारी भत्ते से लेकर छात्रवृत्ति और कृषि कनेक्शन सहित अन्य 14 योजनाओं में सीकर जिले के लोगों ने सबसे ज्यादा आवेदन किए हैं। खुद जिला प्रशासन के अधिकारियों का मानना है कि यहां साक्षरता दर अधिक होने और जागरुकता की वजह से ज्यादातर योजनाओं में टारगेट से अधिक आवेदन आते हैं।

एक्सपर्ट व्यू: पांच लाख बेरोजगार हो कवर

सरकार को युवा सम्बल योजना का दायरा बढ़ाना चाहिए। हर साल दो लाख बेरोजगारों को इस योजना में कवर किया जाता है। सरकार को इस योजना में कम से कम पांच लाख बेरोजगारों को भत्ता देना चाहिए। सैकड़ों बेरोजगार ऐसे हैं जो कई साल तक आवेदन लगाते हैं लेकिन उनको भत्ता राशि स्वीकृत नहीं होती। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बेरोजगारों को इंटर्नशिप में छूट भी दी जानी चाहिए।
मोहर सिंह सलावद, सीकर