
सीकर.
लक्ष्य को सामने रख यदि सतत मेहनत की जाए तो सफलता की प्राप्ति जरूर होती है। ऐसा ही कर दिखाया है शेखावाटी की बेटी मोनिका ने। शुक्रवार को जारी संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के परिणाम में सीकर के श्रीमाधोपुर इलाके के लिसाडिय़ा ग्राम की डेरी वाली ढाणी निवासी मोनिका यादव ने 403वीं रेंक हासिल की। मोनिका ने पहले ही प्रयास में ये सफलता हासिल की है। यादव का आईएएस में चयन होने पर ढाणी में खुशी की लहर छा गई। मोनिका के साथ ही गोकुलपुरा के मनीष ने भी 849 वीं रेंक हालिस की है।
पिता आरएएस, बेटी बनी आईएएस
कहा जाता है संघर्ष के आगे असफलता हार जाती है। जब यादव का आईएएस के लिए चयन हुआ तो उनके परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मोनिका ने प्रथम प्रयास में ही परीक्षा पास करके 403 वीं रेंक प्राप्त की है। मोनिका के पिता हरफूल सिंह यादव सीनियर आरएएस है। जो वर्तमान में धौलपुर एडीएम के पद पर कार्यरत है। मोनिका ने बताया कि कड़ी महनत और संघर्ष के बिना किसी भी मुकाम पर नहीं पहुंचा जा सकता है। वे इसके लिए रोजाना 6 घंटे पढ़ाई करती। यादव का इससे पहले नेट, जेआरएफ, सीए व आरएएस में भी चयन हो चुका है।
गोकुलपुरा के मनीष की 849 वीं रेंक
सीकर के नजदीक गोकुलपुरा गांव निवासी मनीष खींचड़ ने सिविल सेवा की परीक्षा में 849 वीं रेंक हांसिल की है। मनीष के पिता रविन्द्र सिंह ने बताया कि मनीष ने लगातार 15 घंटे पढ़ाई कर यह सफलता प्राप्त की है। मनीष जब घर आता था तब भी पंद्रह घंटे पढ़ाई करता था। मनीष की पिछले साल 907 वीं रेंक थी। अभी वह आईआरएस की ट्रेनिंग पूना में कर रहे हैं। मनीष की मां कमलेश रानोली के सरकारी विद्यालय में शिक्षक है। लाडले के चयन पर घर में खुशियां मनाई गई।
Published on:
28 Apr 2018 08:09 am
बड़ी खबरें
View Allसीकर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
